चीन के खिलाफ भारत ने पहले LAC पर मुंहतोड़ जवाब दिया और उसके बाद चीन के बाजार पर प्रहार किया है. उससे चीन घबरा गया है. भारत ने सरहद से बाजार तक चीन के खिलाफ 10 प्रहार किए हैं. लद्दाख में भारत के खिलाफ धोखे और चालबाजी की क्या कीमत चुकानी पड़ सकती है वो अब चीन को समझ में आने लगा है. 

पहला ‘प्रहार’: चीन के सैनिकों पर पलटवार 
गलवान में भारतीय जाबांजों ने चीन के 45 से 50 सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया. कई सैनिकों की गर्दनें और रीढ़ की हड्डियां तोड़ दीं.

दूसरा प्रहार:  LAC पर बड़ी तैयारी 
लद्दाख में LAC पर भी भारत ने चीन की किसी भी गुस्ताखी का करारा जवाब देने के लिए हर बड़ी तैयारी कर ली है. लद्दाख में भारत ने आकाश मिसाइल, भीष्म टैंक और बोफोर्स तैनात किया है. वायुसेना के लड़ाकू विमान तैयार कर लिए गए हैं.   

तीसरा प्रहार: मोबाइल ऐप बैन

तीसरा बड़ा प्रहार भारत ने आर्थिक मोर्चे पर किया. चीन कंपनियों के 59 मोबाइल ऐप्स पर पाबंदी लगाकर भारत ने चीन की अर्थव्यवस्था की रीड़ तोड़ने की शुरुआत कर दी. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने माना है कि भारत में बैन से टिकटॉक की पैरंट कंपनी ByteDance को अरबों डॉलर का नुकसान हो सकता है. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने भी ऐप पर पाबंदी लगाना के समर्थन किया

चौथा प्रहार: पीएम मोदी ने चीन का Weibo छोड़ा 
59 चाइनीज ऐप बैन करने के बाद अगल कड़ा संदेश खुद प्रधानमंत्री मोदी ने निजी तौर पर दिया. पीएम मोदी ने चीन के Weibo पर अपना अकाउंट छोड़ दिया है. Weibo चीन का अपना ट्विटर है, जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में अपना अकाउंट बनाया था. 

पांचवां प्रहार: सड़क निर्माण में चीन की नो एंट्री
पांचवां प्रहार देश में सड़क निर्माण में शामिल चीन की कंपनियों पर हुआ. सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने साफ कह दिया है  भारत अपने हाईवे प्रोजेक्ट्स में अब चीन की कंपनियों को एंट्री नहीं देगा. 

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