किसान संघर्ष की सफलता के लिए करवाया हवन यज्ञ

केंद्र सरकार हिंदू-सिख एकता में दरार डालने की कोशिश ना करे : किसान नेता

मुकेरियां,1 जनवरी (राजदार टाइम्स)::टोल प्लाजा हरसा मानसर पर किसानों के साथ नए साल का शुभारंभ करते हुए मुकेरियां के विभिन्न गांवों के परिवारों ने नए साल की शुभकामनाएं दीं। किसान संगठनों का विरोध प्रदर्शन 83वें दिन भी जारी रहा और केंद्र सरकार के अड़ियल रवैये के खिलाफ भूख हड़ताल का सिलसिला भी जारी रहा। किसान संघर्ष की सफलता के लिए नए साल की पूर्व संध्या पर टोल प्लाजा हरसा मानसर पर ‘हवन यज्ञ’ का आयोजन अध्यक्ष विजय कुमार बहिबल मंझ और मास्टर नरेंद्र सिंह गोली के नेतृत्व में किया गया। जिसमें सभी किसानों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और हवन में आहुतियां डाल विश्व शांति की कामना की। इस दौरान मलकीत सिंह गुरदासपुर, तरसेम सिंह लाडपुर, फतेह सिंह गुरदासपुर, नाजर सिंह, चरण सिंह, सुरिंदर सिंह, दिलावर सिंह, बलविंदर सिंह पनखुह अन्य लोग भूख हड़ताल में शामिल हुए। वर्ष 2021 के पहले दिन, पगड़ी संभाल जट्टा लहर, किसान मोर्चा, कुल हिंद जमहूरी किसान सभा, किसान मजदूर हितकारी सभा, पेंशनर्स यूनियन, कर्मचारी और वाम संगठनों के नेतृत्व में विभिन्न किसान नेताओं ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। उन्होंने लोगों से  फूट डालो और राज करो की सोच रखने वाली ताकतों से सावधान रहने की अपील की। नेताओं ने कहा कि किसान संघर्ष केंद्र सरकार और किसानों के बीच है और कुछ हीन मानसिकता वाले लोग इस संघर्ष को हिंदू बनाम सिख बनाने के लिए नाकाम कोशिशें कर रहे हैं। जिसे कभी सफल नहीं होने दिया जाएगा।उन्होंने कहा कि किसान संघर्ष हिंदू-सिख एकता का प्रतीक है और संघर्ष में सभी धर्मों का समान रूप से सम्मान किया जा रहा है। उन्होंने अफसोस जताया कि मीडिया का एक वर्ग किसान संघर्ष को धार्मिक रंगत देने के लिए चालें चला रहा है और ऐसे लोग देश की एकता और अखंडता को खतरे में डाल रहे हैं। उन्होंने क्षेत्र के लोगों से असामाजिक और गैर-जिम्मेदार व्यक्तियों की गलत बयानी से सावधान रहने की अपील की।इस अवसर पर जत्थेदार हरबंस सिंह मंझपुर, प्राचार्य डाॅ. नवजोत कौर, सतनाम सिंह बागड़ियां, धरमिंदर सिंह सिंबली, अर्जन सिंह कजला, अनिल ठाकुर मानसर, लाखन मानसर,  गुलशन ऋषिराज, सरपंच परमिंदर सिंह मौजोवाल, सुरजीत सिंह बिल्ला, अवतार सिंह बॉबी, बिल्ला सरपंच नंगल, गुरनाम सिंह जहानपुर, योध सिंह, बलजीत सिंह छन्नी नंद सिंह, रोशन सिंह लाडपुर, अमरजीत सिंह कानूगो, कुलदीप सिंह रंगा, कपूर सिंह, डॉ. संतोख सिंह, गुरजिंदर सिंह मंझपुर, इंदरसुखदीप सिंह ओड्रा, मंजीत सिंह मंजू, दविंदर सिंह पालकी, रशपाल सिंह रंगा, मास्टर स्वर्ण सिंह, सेवा सिंह संधू, बलदेव किशन, शमशेर सिंह गुरदासपुर, रविंदर सिंह गोली, राजिंदर सिंह लोहगढ़, दर्शन सिंह छन्नी नंद सिंह, ध्यान सिंह, शेर सिंह, कमल गोली, जगदीप सिंह मंझपुर, मनप्रीत सिंह हयातपुर और बड़ी संख्या में किसान और युवा हाज़र थे।

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