कहा, पेड़ हमें ऑक्सीजन ही नहीं, बल्कि फल फूल और जड़ी-बूटियों के अलावा ठंडी छाया भी हैं देते
कपूरथला,(राजदार टाइम्स):
कोरोना काल में ऑक्सीजन की महत्ता सबको पता चल ही गई है। बढ़ती कोरोना महामारी के दौरान लोग ऑक्सीजन सिलिंडरों के लिए लाखों रुपये खर्च कर रहे है। जोकि इस महामारी के दौरान बीमार होकर ठीक हो रहे हैं, वह भगवान का शुक्रिया अदा करते हुए पौधे लगाने का संकल्प भी ले रहे है। वहीं कुछ ऐसे कर्मठ सजग पर्यावरण प्रहरी हैं।जिनको पेड़ पौधों का महत्व के बारे में पहले से पता था। ऐसे है कपूरथला शहर के राजीव गाँधी इन्क्लेव के निवासी भोला परिवार है।

भोला परिवार ने अपने घर में पौधे लगाकर घर को हरा भरा बनाया है।उनके द्वारा रोपे गए कई पौधे बड़े होकर फल देने लगे है। उनका कहना है कि घर के आस पास पेड़ पौध होने से घर का वातावरण सही रहता है। पक्षियों के आने से घर की रौनक बढ़ जाती है। अब उनके घर के आसपास में विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगे हैं। दिव्यांशु भोला ने कहा कि ऑक्सीजन का हमारे जीवन में कितना महत्व है, शायद हम जान नहीं पाते, लेकिन कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से जब आम जन की सांसे थमने लगी तो इसका अहसास सभी को हो गया। ऐसे में इंसान को पेड़-पौधों के अस्तित्व पता चल रहा है। पेड़ हमें ऑक्सीजन ही नहीं, बल्कि फल-फूल और जड़ी-बूटियों के अलावा ठंडी छाया भी देते हैं। वैसे हमारे वैज्ञानिक और पर्यावरण विद् हमें कभी से इस बात का एहसास करवाने में लगे है कि यदि हमें लंबा जीवन जीना है तो अधिक से अधिक पौधे लगाने होंगे। दिव्यांशु भोला ने कहा कि आज के प्रदूषित वातावरण में हम जितने पेड़ लगाएंगे उतना ही पर्यावरण की शुद्धता में अपना योगदान दे पाएंगे। उन्होंने अपने यहां तुलसी, पपीता, गिलोय व एलोवेरा आदि कई प्रकार के पौधे लगा रखे है। बताया कि घर पर लगाए गए पौधों से शाति का अहसास होता है। गर्मी के मौसम में तो पौधे बड़े आनंद दायक लगते है। बारिश होने के बाद इनकी अलग ही खुशबू आती है। शहर में जहां पर खाली स्थान मिलता है, वह उन स्थानों पर पौध लगा रहे हैं। उनका लक्ष्य है कि हर घर में पौधे हों। इसके लिए हमने मिलकर अभियान चलाया हुआ है। पौधे ही हमारा भविष्य तय करेंगे।