मुकेरियां,(राजदार टाइम्स): दसमेश गर्ल्स महाविद्यालय में प्राचार्या डॉ.करमजीत कौर के मार्गदर्शन से रिसर्च डेवलपमेंट सैल ने 27 अप्रैल, 2024 को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एन.ई.पी) 2020 पर संकाय सदस्यों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन: रणनीतियाँ और चुनौतियाँ विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया।इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों के बीच राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के बारे में जागरूकता पैदा करना और उन्हें इसकी बारीकियों, पाठ्यक्रम में बदलाव, शैक्षणिक कौशल में बदलाव और इसके समग्र विकास के लिए इसके कार्यान्वयन को समझने में मदद करने के कौशल से परिचित कराना था। पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के अर्थशास्त्र विभाग से एसोसिएट प्रो. डॉ. नितिन अरोड़ा सत्र के श्रोतवक्ता रहे । कार्यशाला में डॉ. सुमन लाल,सहायक प्रो. नरेंद्रजीत सिंह, सहायक प्रो. रणवीर सिंह, डॉ.अनु बजाज (जे. सी .डी.ए.वी महाविद्यालय, दसुआ), डॉ. सुरेश (जी.जी.डी.एस.डी, कॉलेज, हरियाणा) विशेष प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित रहे। श्रोतवक्ता मैं अपने वक्तव्य में बताया कि राष्ट्रीय शैक्षिक नीति-2020 भारत में शिक्षा के सभी स्तरों पर व्यापक बदलाव लाने और लागू करने का प्रयास कर रही है। इसके अलावा, उन्होंने शिक्षकों को अवगत कराया कि नई शिक्षा नीति पहुंच, समानता,सामर्थ्य, जवाबदेही के स्तंभों पर आधारित है और यह भारत को एक जीवंत ज्ञान केंद्र में बदल देगी। उन्होंने एक समग्र और बहु-विषयक दृष्टिकोण का उपयोग करने के महत्व को व्यक्त किया, जो शिक्षार्थियों को सामाजिक-सांस्कृतिक परिवर्तनों की मांगों के अनुसार खुद को अनुकूलित करने और पुन: आविष्कार करने में सक्षम बनाएगा। प्रश्नोत्तरी सत्र में शिक्षकों ने नई शिक्षा प्रणाली से संबंधित प्रश्न उठाए, जिनका संसाधन व्यक्ति द्वारा सफलतापूर्वक समाधान किया गया। कार्यशाला में 60 प्रतिनिधियों ने प्रतिभागिता रही। आदरणीय प्राचार्या डॉ.करमजीत कौर ने उपस्थित अतिथि का धन्यवाद ज्ञापन किया। मंच संचालन आर.डी.सी की सदस्या सुश्री मोनिका  द्वारा किया गया। महाविद्यालय प्राचार्या ने इस कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए समन्वयक डॉ.सरिता राणा, सुश्री मनिंदरजीत कौर, डॉ.रीना कुमारी, डॉ.सोनिया चौहान, सुश्री पूनम शर्मा और सुश्री मोनिका के प्रयासों की सराहना की।

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