कहा, सांस्कृत्क आयोजन न केवल विद्यार्थियों में सांस्कृतिक मूल्यों का संचार करते हैं, बल्कि उन्हें जिम्मेदार एवं संवेदनशील नागरिक बनने के लिए करते हैं प्रेरित
मुकेरियां,(राजदार टाइम्स): कैंब्रिज ओवरसीज़ स्कूल में दीवाली पर्व बहुत ही हर्ष और पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया गया। जानकारी देते हुए स्कूल की प्रधानाचार्या मोनिका ठाकुर ने बताया कि विद्यालय परिसर को दीपों, रंगोली व पुष्प सज्जा से सुंदर रूप में सजाया गया। जिससे पूरा वातावरण भक्ति और उल्लास से भर उठा। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत मंगलमय राम भजन,सरस्वती वंदना, गणेश वंदना एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुई।

छात्रों ने मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सबका दिल जीत लिया। नृत्य, गीत व नाटय मंचन के माध्यम से विद्यार्थियों ने अंधकार पर प्रकाश की विजय एवं अच्छाई की बुराई पर जीत का संदेश दिया। जिसने समूचे परिसर को आध्यात्मिक भाव से सराबोर कर दिया।

विभिन्न कक्षाओं के छात्रों ने सुंदर रंगोलियाँ बनाईं व दीप सजावट प्रतियोगिता में उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसके बाद विद्यार्थियों ने रामायण के किरदारों का मंचन कर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम जी के आदर्श जीवन को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। पात्रों की सजीव अभिनय क्षमता एवं भावपूर्ण संवादों ने सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रहा विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत प्रेरणादायक नाटक “Say No to Crackers” जिसमें उन्होंने पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण मुक्त दीवाली का संदेश दिया। बच्चों ने पटाखों से होने वाले प्रदूषण के दुष्प्रभावों को दर्शाते हुए सभी को हरित दीवाली मनाने की प्रेरणा दी। इसके साथ ही विद्यार्थियों ने “Speech on Green Diwali” के माध्यम से बताया कि सच्ची दीवाली वही है, जो प्रकृति की रक्षा करते हुए मनाई जाए।

उन्होंने कहा कि दीप जलाने से जो उजियारा फैलता है, वही असली आनंद देता है ना कि पटाखों की आवाज़ एवं धुएं से भरपूर वातावरण। उत्सव के अवसर पर कक्षावार प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों और अध्यापकों ने अपनी-अपनी कक्षाओं की सफाई की तथा उन्होंने अपनी रचनात्मकता से कक्षाओं को सजाया। विद्यालय के जजों ने कक्षाओं का निरीक्षण कर उनकी सफाई, सृजनशीलता, छात्राओं से पूछे गए प्रश्नों के उत्तरों के आधार पर, आत्मविश्वास और प्रस्तुति का मूल्यांकन किया तथा कक्षा 2 ‘ए’ को च्च्स्ह्लड्डह्म् ष्टद्यड्डह्यह्य ह्रद्घ ञ्जद्धद्ग स्ष्द्धशश’’ घोषित किया गया। इस गतिविधि ने विद्यार्थियों में स्वच्छता, टीमवर्क और सजावट के प्रति रचनात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा दिया। इसी अवसर पर विद्यालय में ‘बंदी छोड़ दिवस’ भी मनाया गया। विद्यार्थियों को इसके ऐतिहासिक महत्व से अवगत कराते हुए बताया गया कि यह दिवस छठे सिख गुरु, गुरु हरगोबिंद सिंह जी की जेल से रिहाई और उनके द्वारा 52 राजाओं की स्वतंत्रता की स्मृति में मनाया जाता है। बच्चों ने इस अवसर पर एक सुंदर प्रस्तुति के माध्यम से गुरु हरगोबिंद सिंह जी के साहस, करुणा और न्यायप्रियता का संदेश दिया। विद्यालय के एम.डी सचिन समयाल और चेयरपर्सन शिखा समयाल ने विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन न केवल विद्यार्थियों में सांस्कृतिक मूल्यों का संचार करते हैं, बल्कि उन्हें जिम्मेदार एवं संवेदनशील नागरिक बनने के लिए प्रेरित भी करते हैं। उन्होंने सभी को पर्यावरण अनुकूल दीवाली मनाने का संदेश व शुभकामनाएँ देते हुए विद्यार्थियों को पर्व के वास्तविक महत्व प्रेम, एकता और प्रकाश का प्रसार को समझने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के अंत में दीप प्रज्वलित कर विद्यालय परिसर को प्रकाशमय बना दिया। विद्यालय में भक्ति, प्रेम व पर्यावरण चेतना का सुंदर संगम देखने को मिला तथा बच्चों के चेहरों पर दीपों जैसी उज्ज्वल मुस्कान बिखरी रही।