वीरों की भूमि पंजाब जिसने असंख्य लाल कर दिए वतन पर कुर्बान: आरएम कालरा
एसबीआई ने पुलवामा हमले के बलिदानी को किया नमन
गुरदासपुर,(राजदार टाइम्स): पांच  वर्ष पूर्व पुलवामा के आवंतिपोरा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए फिदायीन हमले में अपने 39 साथियों सहित शहादत का जाम पीने वाले सीआरपीएफ की 75 बटालियन के शहीद कांस्टेबल मनिंदर सिंह के बलिदान को नमन करने के लिए भारतीय स्टेट बैंक की स्थानीय शाखा में चीफ मैनेजर मानव महाजन की अध्यक्षता में एक श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें भारतीय स्टेट बैंक के रीजनल मैनेजर इंद्रपाल सिंह कालरा बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा शहीद के पिता सतपाल अत्री,  बहन शबनम, बहनोई अशोक कुमार, शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की, लोन विभाग जिला गुरदासपुर के चीफ मैनेजर नवल महाजन, शहीद लेफ्टिनेंट नवदीप सिंह अशोक चक्र के पिता कैप्टेन जोगिंदर सिंह, शहीद सिपाही जतिंदर कुमार के पिता राजेश कुमार, शहीद सिपाही मनदीप कुमार के पिता नानक चंद, शहीद सिपाही कुलदीप कुमार के पिता बंत राम, शहीद सिपाही कपिल देव शर्मा के पिता जोध राज शर्मा व माता राम प्यारी, सतपाल शर्मा, भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री राधे श्याम महाजन,  एसडीओ नरेश त्रिपाठी, इंडियन एक्स सर्विसमैन लीग के ब्लाक प्रधान सूबेदार मेजर मदन लाल शर्मा, सूबेदार मेजर शाम सिंह, कैप्टन सुखदेव सिंह आदि ने विशेष मेहमान के तौर  पर शामिल होकर शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए। सर्वप्रथम आए मेहमानों ने शहीद के चित्र समक्ष ज्योति प्रज्जवलित व पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का आगाज किया। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि आर.एम इंद्रपाल सिंह कालरा ने कहा पंजाब वीरों की भूमि है जब भी देश की सुरक्षा को खतरा पैदा हुआ यहां की बलिदानी मिट्टी ने अपने असंख्य लाल देश पर कुर्बान किए हैं। उन्होंने कहा वह शहीद कांस्टेबल मनिंदर सिंह के बलिदान के समक्ष निशब्द हैं तथा इस वीर के माता-पिता को वह प्रणाम करते हैं जिन्होंने ऐसे वीर पुत्र को जन्म देकर देश को समर्पित कर दिया इनके बुलंद हौसले को वह दिल से सैल्यूट करते हैं। आर.एम कालरा ने कहा भारतीय स्टेट बैंक हमेशा अपने सैनिकों के साथ खड़ा है, अगर वह देश की सरहदों की रखवाली करते हुए हमारे लिए अपना बलिदान दे रहें हैं ऐसे में हमारा भी यह फर्ज बनता है इन अमर वीरों व उनके परिजनों के मान-सम्मान की बहाली हेतु हमेशा प्रयासरत रहें यही देश पर मर मिटने वाले ऐसे जांबाजों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
देश की अस्मिता पर गहरी चोट था पुलवामा हमला: कुंवर विक्की
परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर विक्की ने कहा कि पांच वर्ष पूर्व पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुआ फिदायीन हमला देश की अस्मिता पर गहरी चोट था जिसमें देश के 40 जवान बलिदान हो गए थे, जिसे लेकर हर देशवासी आक्रोशित था। इस हमले में शहीद हुए 40 जवानों की शहादत का बदला भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक कर लिया था। उन्होंने कहा कि 26 मार्च 2019 को भारतीय स्टेट बैंक के तत्कालीन राष्ट्रीय चेयरमैन रजनीश कुमार व उस समय के सीजीएम चंडीगढ़ राणा आशुतोष कुमार सिंह के आदेश पर इस बैंक में शहीद मनिंदर का चित्र सुशोभित किया गया था ताकि बैंक में आने वाला हर ग्राहक व बैंक स्टाफ मनिंदर की शहादत से प्रेरणा लें सके। उन्हें इस बात की खुशी है कि इस अमर बलिदानी को स्मरण करने की पांच साल पहले शुरू की गई परम्परा को बैंक ने आज भी कायम रखा है। कुंवर विक्की ने  कहा कि एसबीआई देश का पहला ऐसा बैंक है जिसमें एक शहीद का चित्र सुशोभित हुआ है। इस लिए इस बैंक का रुतबा बहुत ऊंचा हो गया है। उन्होंने कहा कि आज देश की सीमाएं इस लिए महफूज हैं क्योंकि सरहदों पर तैनात शहीद कांस्टेबल मनिंदर सिंह जैसे जांबाज सैनिक दुश्मन की हर चुनौती का मुंह तोड़ जवाब दे रहे हैं तथा शहीदों की याद में आयोजित इस तरह के समारोहों में जहां उनके परिजनों का मनोबल ऊंचा होता है वहीं समाज में देशभक्ति की चेतना भी पैदा होती है।
एसबीआई परिवार का हिस्सा हैं शहीदों के परिजन: मानव/नवल
बैंक के चीफ मैनेजर मानव महाजन व लोन विभाग के जिला चीफ मैनेजर नवल महाजन ने कहा कि शहीदों  के परिजन एसबीआई परिवार का हिस्सा हैं इनके मान-सम्मान की बहाली हेतु हम बचनबद्ध हैं। उन्होंने कहा इस ब्रांच में आने वाले सभी शहीद परिवारों, सैनिकों व पूर्व सैनिकों का काम प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है। मानव महाजन ने कहा कि वह शहीद परिवार व शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के सदस्यों को इस बात का भरोसा दिलाते हैं कि वह और उनका स्टाफ शहीद मनिंदर की शहादत की गरिमा को धूमिल नहीं होने देंगे क्योंकि एसबीआई के सबसे ज्यादा अकाउंट होल्डर हमारे सैनिक ही हैं जिनका इस बैंक पर अटूट विश्वास है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जब भी कोई सैनिक राष्ट्र की बलिवेदी पर कुर्बान होता है और वो भारतीय स्टेट बैंक का अकाउंट होल्डर है तो उसके नोमनी को  बीमा राशि के रूप में बैंक 50 लाख रुपए की राशि देता है इसके अलावा कोई रिटायर्ड सैनिक है और उसका पेंशन अकाउंट इस बैंक में है अगर किसी एक्सीडेंट में उसकी मौत हो जाती है तो उसके परिजनों को भी बैंक की तरफ से 30 लाख रुपए की राशि भेंट की जाती है।
पिता बोला:  मेरा नहीं देश का बेटा था मनिंदर
शहीद कांस्टेबल मनिंदर सिंह के पिता सतपाल अत्री ने नम आंखों से कहा कि बेटे को खोने का उन्हें दुख तो बहुत है  मगर उसकी शहादत पर गर्व भी है। उन्होंने कहा कि मनिंदर मेरा नहीं बल्कि देश का बेटा था, मेरा होता तो आज वो मेरे पास होता। उनके शहीद बेटे का चित्र इस बैंक में सुशोभित होने पर उनका इस बैंक के साथ विशेष लगाव हो गया है क्योंकि शहीद होने के दो दिन पहले ही उनका बेटा इस बैंक में आकर सारे स्टाफ से मिलकर गया था। आज बैंक की ओर से उन्हें जो सम्मान दिया गया है, उसके लिए वह हमेशा ऋणि रहेंगे। कार्यक्रम के अंत में मुख्यातिथि आर.एम कालरा व उनकी टीम द्वारा शहीद मनिंदर के परिजनों सहित दस अन्य शहीद परिवारों को शाल व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया वहीं इस अवसर पर रिटायरमेंट के 12 वर्षों बाद भी इस बैंक को निशुल्क सेवाएं दे रहे सतपाल शर्मा को भी परिषद की तरफ से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर कैप्टन रूप लाल, कैप्टन यशपाल, कैप्टन स्वर्ण सलारिया, कैप्टन अजीत सिंह, हवलदार रवि कुमार, हवलदार देव राज, नायक ओम प्रकाश, नायक रूप लाल, सिपाही प्रेम लाल, हवलदार तरसेम लाल आदि उपस्थित थे।