कठिन परिस्थितियों में डयूटी निभाता है देश का जांबाज ताकि देशवासी रहें सुरक्षित : मंत्री कटारूचक्क
अंतिम अरदास पर नम आंखों से स्मरण किए गए सिपाही गुरप्रीत
गुरदासपुर,(राजदार टाइम्स): भारतीय सेना की 15 राष्ट्रीय राइफल्स (73फील्ड रेजीमेंट) युनिट के शहीद सिपाही गुरप्रीत सिंह की अंतिम अरदास व श्रद्धांजलि समारोह गांव भैणी खादर में उनके निवास स्थान पर शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। जिसमें कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने बतौर मुख्य मेहमान शामिल होकर शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किया। इनके अलावा विधायक प्रताप सिंह बाजवा, जिला प्लानिंग बोर्ड के चेयरमैन व आम आदमी पार्टी के प्रदेश महासचिव एडवोकेट जगरूप सिंह शेखवां, आप के जिला प्रधान शमशेर सिंह, एसडीएम अमनदीप कौर घुम्मण, जिला रक्षा सेवाएं भलाई विभाग पंजाब के डायरेक्टर ब्रिगेडियर भूपिंदर सिंह ढिल्लों, शहीद की माता लखविंदर कौर, पिता नरिंदर सिंह, भाई हरप्रीत सिंह व सर्वजीत सिंह, शहीद कैप्टन फतेह सिंह की पत्नी शोभा ठाकुर, शहीद कांस्टेबल मनिंदर सिंह के पिता सतपाल अत्री, शहीद सिपाही जतिंदर कुमार के पिता राजेश कुमार, शहीद कांस्टेबल मनदीप कुमार के पिता नानक चंद, मार्किट कमेटी पठानकोट के पूर्व चेयरमैन ठाकुर भानू प्रताप सिंह, आप के ब्लॉक प्रधान पवन कुमार फौजी, समाज सेवक इंद्रजीत सिंह बाजवा, सरपंच ठाकुर कुलवंत सिंह, एडवोकेट राज कुमार आदि ने विशेष तौर पर शामिल होकर इस अमर वीर को श्रद्घांजलि अर्पित की। सर्वप्रथम श्री अखंड पाठ साहब जी का भोग डालते हुए रागी जत्थे द्वारा बैरागमय कीर्तन कर शहीद को नमन किया गया। श्रद्घांजलि समारोह को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने कहा कि मौत एक अटल सच्चाई है, जो इंसान पैदा होता है एक दिन उसे मृत्यु अवश्य आएगी, मगर देश सेवा, परोपकार व राष्ट्रहित में प्राणों की आहुति देने वाले मरते नहीं बल्कि अमर हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि दस दिन पहले इस गांव के वीर सपूत ने राष्ट्र की सुरक्षा में अपने प्राणों की आहुति देकर अपना और इस गांव का नाम सारे देश में रोशन किया। उन्होंने कहा कि सिपाही गुरप्रीत सिंह जैसे वीर सैनिक कठिन परिस्थितियों में अपनी ड्यूटी निभाते हुए दिल में देश पर मर मिटने का जज्बा पैदा कर अपने प्राणों की आहुति दे जाते हैं ताकि देशवासी सुरक्षित रहते हुए अमन व चैन की नींद ले सकें। उन्होंने कहा कि 24 वर्ष की अल्पायु में राष्ट्र की सुरक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले इस वीर सैनिक के बलिदान के समक्ष वह नतमस्तक हैं। आज मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने खुद इस परिवार के साथ संवेदना व्यक्त करने आना था, लेकिन किसी वजह से वो नहीं आ पाए लेकिन उन्होंने पंजाब सरकार की तरफ से मुझे परिवार के साथ दु:ख सांझा करने भेजा है। मंत्री कटारूचक्क ने कहा कि इस दु:ख की घड़ी में पंजाब सरकार शहीद परिवार के साथ खड़ी है तथा इस जांबाज की याद में गांव में स्टेडियम बनाया जायेगा। इसके अलावा परिवार व गांववासी इस वीर की याद में कोई और यादगार बनवाने के लिए कहेंगे तो वह भी बनवा दी जाएगी क्योंकि पंजाब सरकार देश पर मर मिटने वाले वीर जवानों व उनके परिजनों के मान-सम्मान की बहाली हेतु बचनबद्ध है तथा मुख्यमंत्री शीघ्र ही शहीद गुरप्रीत सिंह के परिजनों के साथ संवेदना व्यक्त करने पहुंचेंगे तथा अपनी तरफ से सरकार की पॉलिसी के तहत परिवार को आर्थिक सहायता भेंट करेंगे। इस अवसर पर परिषद द्वारा शहीद के माता-पिता को शाल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर जिला रक्षा सेवाएं भलाई विभाग के फील्ड अफसर सूबेदार मेजर सिंह, सीनियर असिस्टेंट नरेंद्र सिंह, रूपिंदर सिंह, वेटरन वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन के जिला प्रधान कैप्टन धर्मिंदर सिंह, चंचल सिंह, सूबेदार मेजर बावा सिंह, कैप्टन प्रभात सिंह, सरपंच रूप सिंह, सरपंच निशान सिंह, मास्टर शीशम सिंह संधू, हरदीप सिंह अवान, कैप्टन जोगिंदर सिंह, सूबेदार जीवन सिंह, हवलदार गुरदेव सिंह, हवलदार दविंदर सिंह, सोनी पहलवान आदि उपस्थित थे।
शहीद के भाई को नौकरी देगी सरकार : ब्रिगेडियर ढिल्लोंं
रक्षा सेवाएं भलाई विभाग पंजाब के डायरेक्टर ब्रिगेडियर भूपिंदर सिंह ढिल्लों ने कहा कि पंजाब शूरवीरों के धरती है। जिसके कण-कण में कुर्बानी का जज्बा है। देशभक्ति के उसी जज्बे को बरकरार रखते हुए सिपाही गुरप्रीत ने अपना बलिदान देकर पंजाब व इस गांव का नाम रोशन किया। इस अवसर पर उन्होंने शहीद परिवार को अपने विभाग की तरफ से पाँच लाख रुपए की राशी का चेक भेंट करते हुए कहा कि सरकार शहीद के छोटे भाई को शीघ्र ही सरकारी नौकरी प्रदान करेगी।
गुरप्रीत जैसे जांबाजों की बदौलत देश सोता है चैन की नींद : शेखवां/शमशेर
एडवोकेट जगरूप सिंह शेखवां व शमशेर सिंह ने कहा शहीद देश की अमूल्य धरोहर होते हैं जो सरहद पर आतंक व बर्फीले तूफानों को अपने सीने पर झेलते हैं ताकि देशवासी अमन व चैन की नींद सो सकें। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार देश की पहली ऐसी सरकार है जो एक सैनिक के शहीद होने पर मुख्यमंत्री खुद उनके घर जाकर शहीद परिवार को एक करोड़ रुपए राशि का चेक भेंट कर उनके मनोबल को बढ़ाते हैं। चेयरमैन जगरूप सिंह शेखवां ने कहा कि पंजाब जिसे शहीदों की जन्मस्थली कहा जाता है। आज जहां एक बलिदानी वीर की अंतिम अरदास हो रही है, वहीं लुधियाना जिले के गांव रामगढ़ सरदारां में 24 वर्षीय अग्निवीर अजय सिंह जो गत दिवस कश्मीर में शहीद हो गए थे का अंतिम संस्कार हो रहा है।
किस्मत वालों को नसीब होता है तिरंगा रुपी कफन : कुंवर विक्की
परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर विक्की ने कहा कि देश की आजादी का प्रतीक तिरंगा रुपी कफन किस्मत वालों को नसीब होता है तथा वो सैनिक धन्य है, जो राष्ट्र को सर्वोपरि मानकर इस तिरंगे की शान को बरकरार रखते हुए अपना बलिदान दे जाता है। उन्होंने शहीद परिवार को होंसला देते हुए कहा कि सैंकड़ों लोग रोज मरते हैं। उन्हें कोई याद नहीं करता मगर एक शहीद की मौत पर देवता भी फूल अर्पित करते हैं और वो भूमि तीर्थ स्थान तुल्य बन जाती है। जहां बलिदानी सैनिकों की शौर्यगाथा गाई जाती है। कुंवर विक्की ने कहा कि अभी इस परिवार का जख्म ताजा है। इससे उभरने के लिए समय लगेगा मगर उनकी परिषद इनके होंसले को परास्त नहीं होने देगी हमेशा चट्टान की तरह इनके साथ खड़ी रहेगी। कुंवर विक्की ने कहा कि वह इस गांव की वीर भूमि को नमन करते हैं। जिसने दो शहीद व एक स्वतंत्रता सेनानी देश को दिया है। जिसके हर घर से एक जवान आज भी सेना में भर्ती होकर सरहदों की रखवाली कर रहा है।
जिला प्रशासन शहीद परिवार के मान-सम्मान की बहाली हेतु बचनबद्ध: एसडीएम
एसडीएम अमनदीप कौर घुम्मण ने कहा कहा जिला प्रशासन शहीद परिवार के साथ खड़ा है। उनके मान-सम्मान को बहाल रखने हेतु हमेशा बचनबद्ध है। सरपंच कुलवंत सिंह ने शहीद परिवार के साथ दु:ख बांटने आए सभी मेहमानों का आभार व्यक्त किया।