सैनिक एक ऐसा योद्धा जो देश की एक इंच जमीन के लिए दे जाता अपना बलिदान : कुंवर विक्की
लांसनायक रविंद्र सिंह के बलिदान को नम आंखों से किया स्मरण
दीनानगर,(राजदार टाइम्स):
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ सेक्टर में पाक प्रशिक्षित आतंकियों से लड़ते हुए अपना बलिदान देने वाले सेना की 7 डोगरा यूनिट के लांसनायक रविन्द्र सिंह मन्हास का 21वां बलिदान दिवस सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल जागोवाल बेट में स्कूल इंचार्ज कुलवंत सिंह की अध्यक्षता में आयोजिय किया गया। जिसमें शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंद्र सिंह विक्की बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा बलिदानी की माता शकुंतला देवी, बहनें पूजा, सुनीता व नीलम, बहनोई रमन सिंह, अवतार सिंह व अर्जुन सिंह, भांजी अर्पिता जसरोटिया, भांजा अश्लेश, मौसी तृप्ता देवी, कारगिल युद्ध के वीरचक्र विजेता शहीद सूबेदार निर्मल सिंह के भतीजे कुलबीर सिंह, पठानकोट एयरबेस हमले के शहीद कैप्टन फतेह सिंह की पत्नी शोभा ठाकुर तथा शहीद हवलदार कुलवंत सिंह सेना मेडल की पत्नी हरभजन कौर व के बेटा सुखविंदर सिंह, पुलवामा हमले के शहीद कांस्टेबल मनिंदर सिंह के पिता सतपाल अत्री, शहीद सिपाही सुखविंदर सिंह के भतीजे लवप्रीत सिंह आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

सर्वप्रथम शहीद की माता शकुंतला देवी, मुख्यातिथि कुंवर रविंद्र विक्की तथा अन्य मेहमानों ने शहीद के चित्र समक्ष ज्योति प्रज्जवलित व पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि समारोह का आगाज किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुंवर रविंद्र सिंह विक्की ने कहा कि लांसनायक रविंद्र सिंह एक ऐसा वीर योद्धा था, जिसने 26 वर्ष की अल्पायु में राष्ट्र की सुरक्षा में अपना बलिदान देकर देश वासियों को यह संदेश दिया कि देश के लिए कुछ करने के लिए जिंदगी लंबी नहीं, बड़ी होनी चाहिए और खुद को देश की बलिवेदी पर कुर्बान कर छोटी उम्र में बड़ा काम कर गया जिसके बलिदान का देश सदैव कर्जदार रहेगा।

विक्की ने कहा कि वह त्याग की मूर्त शहीद लांसनायक रविंद्र सिंह की माता शकुंतला देवी के चरणों में शत-शत नमन करते हैं जिन्होंने अपना इकलौता बेटा देश को समर्पित कर एक वीर पुत्र की मां कहलाने का गौरव प्राप्त किया। उन्होंने छात्रों से अपील करते हुए कहा कि देश पर मर मिटने वाले इन जांबाज सैनिकों के नक्शे कदमों पर चलते हुए आदर्श समाज की सृजना में अपना योगदान देकर शहीदों के सपनों को साकार करें।

बचपन से ही देशभक्ति का जोश ठाठें मारता था रविंद्र में : कुलवंत
स्कूल इंचार्ज कुलवंत सिंह ने आए मेहमानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वो और रविंद्र इसी स्कूल में बतौर सहपाठी रहे हैं। बचपन से ही उसमें देशभक्ति का जोश ठाठें मारता था और वो हमेशा फौज में जाने का सपना देखते थे। आखिर उसने अपना सपना सच कर दिखाया और सेना में भर्ती हो अपना सैन्य धर्म निभाते हुए अपना बलिदान देकर अपना कद बड़ा कर मुझसे कहीं आगे निकल गया तथा आज उन्हें इस बात का गर्व है कि वह एक ऐसे वीर योद्धा का साथी रहा है। जिसने देश की सरहदों को अपने खून से सींचा है। मुख्यातिथि द्वारा शहीद के परिजनों सहित पांच अपने शहीद परिवारों को शाल व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर लेक्चरर सुखविंदरजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, सुरजीत सिंह, नवतेज कुमार, अश्वनी कुमार, कंवर विक्रम सिंह व राजीव साहनी, मैडम निर्मल कौर, रमनजीत कौर, परवीन देवी, गगनदीप कौर, अरुणा खन्ना, सरपंच कुलदीप खैरा, अजय सिंह, प्रीक्षत, नंबरदार दलीप सिंह, गुरदीप सिंह आदि उपस्थित थे।