उठाऊ सिंचाई परियोजना पर पड़ा असर, किसान भी हैं परेशान
कुल चालीस पैनल किए डिस्कनेक्ट : राजेश शर्मा
चालीस करोड़ रुपए से अस्तित्व में आई है योजना
दातारपुर,(एसपी शर्मा):
विश्व बैंक के सहयोग से अस्तित्व में आई कंडी नहर से पंद्रह गांवों की नीम पहाड़ी गैर सिंचित व ऊबड़-खाबड़ जमीन को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए यह योजना बनाई थी। जानकारी देते हुए भूमि रक्षा विभाग के एसडीओ राजेश शर्मा ने बताया कि कंडी नहर से लिफ्ट करके पानी को देपुर, दमवाल, करोड़ा, बडाला, घगवाल, जुगियाल सवार आदि गांवों को सिंचाई के लिए पानी मुहैया कराया जाता हैराजेश शर्मा ने बताया कि जैन इरीगेशन के सौजन्य से अस्तित्व में आई इस योजना पर चालीस करोड़ रूपए खर्च किए गए हैं। इस हेतु सौर ऊर्जा से संचालित योजना के लिए सैकड़ों बड़े-बड़े सोलर पैनल लगाए गए हैं, जोकि लगभग एक हजार एक सौ किलोवाट बिजली उत्पादन कर रहे हैं। इसी सौर ऊर्जा से इस योजना की मोटरों का संचालन किया जाता है और नहर से पानी उठाकर ऊंचाई वाले ईलाकों में पहुंचाया जाता है। उन्होंने बताया यह पानी किसानों को सिंचाई के लिए फव्वारा पद्धति से और ड्रिप इरिगेशन यानि बूंद बूंद अथवा तुपका के माध्यम से उपलब्ध कराया जाता है। इस प्रकार पानी की बरबादी नहीं होती और फसलों को वांछित मिकदार में पानी मिलता है। इस योजना को चलाने के लिए कुल अठारह कमेटियां गठित की गई हैंउन्होंने बताया कि इस योजना से इलाके की बंजर भूमि से भी कनक सरसों चना बरसीम और सब्जियां उगाई जाती हैं। इतनी लाभदायक योजना को भी शरारती तत्वों द्वारा नुकसान पहुंचाना बड़ी चिंता की बात है। इस विषय पर किसानों किशन कुमार, कैप्टन दलजीत सिंह, सीमा रानी, मनोहर लाल, कैप्टन मुख्तार सिंह, करनैल सिंह, सुरजीत सिंह का कहना है कि इस योजना के चालू होने से हमें फायदा हुआ है अब तो सब्जियां पैदा कर रहे हैं। तमाम फसलों को उगा रहे हैं, परंतु कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा केबल काटना निंदनीय है। उक्त सभी किसानों ने विभाग के एसडीओ राजेश शर्मा से इस संदर्भ में कारवाई करने को कहा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो और सिंचाई सुविधा निर्बाध जारी रहे। इस विषय पर भूमि रक्षा विभाग के एसडीओ राजेश शर्मा ने बताया कि विगत बुधवार सोलह पैनलों की केबल काटी गई। उन्होंने बताया यह काम शरारती तत्वों ने रात के समय अंजाम दिया गया है, जिसके संबंध में पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। उन्होंने बताया कि सोमवार भी कुछ पैनलों की केबल काटी गई पाई गई। जिससे कुल मिलाकर चालीस पैनलों की केबल काटी गई हैं। केबल कटने से मोटरें संचालित नहीं हो रही नतीजा कंडी नहर से पानी लिफ्ट नहीं हो रहा और सिंचाई सुविधा उपलब्ध नहीं हो रही। इससे मोटर्स के चलने में व्यवधान उत्पन्न, नतीजा लिफ्ट इरीगेशन कुप्रभावित हो रही है।

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