होशियारपुर,(तरसेम दीवाना): विश्व प्रसिद्ध “गेहूं वैज्ञानिक डॉ.एच.एस बरियाणा” को उनके पैतृक गांव नंगल ईशर के युवाओं, गांव निवासियों और सभी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों द्वारा विशेष रूप से गुरुद्वारा श्री गुरु रविदास सभा में छोटे बच्चों के लिए करवाए गुरमति समागम में अपने पैतृक गांव नंगल ईशर के लोगों के कल्याणकारी कार्यों में योगदान देने और अपने गांव का नाम वैश्विक स्तर पर चमकाने के लिए सम्मानित किया गया। डॉ.एच.एस बरियाणा के बारे में जानकारी देते हुए स.हरविंदर सिंह नंगल ईशर ने बताया कि 38 साल पहले वह पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप पर ऑस्ट्रेलिया गए थे, जहां उन्होंने डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की और अब वह सिडनी ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय में प्रोफेसर (गेहूं वैज्ञानिक) के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। डॉ.हरबंस सिंह बरियाणा ने अपने जीवन के अनुभव बताते और बच्चों को रुचि के साथ पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया। गांव के सभी बच्चों ने रहरास साहिब की बाणी के पाठ उपरांत समारोह में भाग लिया। पूरे आयोजन में मंच संचालन की भूमिका स.सुरिंदर सिंह शिंदी ने बखूबी निभाई। कार्यक्रम के समापन के बाद गुरु के लंगर का वितरण किया गया। कार्यक्रम में समूह गांव निवासियों समेत स.निर्मल सिंह अध्यक्ष गुरुद्वारा श्री गुरु रविदास सभा, स.सुरिंदर सिंह अध्यक्ष गुरुद्वारा सिंह सभा भाई वीर सिंह, स.रणजीत सिंह लंबरदार, स.हरदीप सिंह बावा पंच, स.नरिंदर सिंह पंच, बीबी इंद्रजीत कौर पंच, बीबी रविंदर कौर पंच, मास्टर ज्ञान सिंह, मास्टर गुरबचन सिंह, स.बलजीत सिंह, मास्टर गुरदयाल सिंह, स.प्रितपाल सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे।