मुख्यमंत्री मान ने की दशहरे के शुभ अवसर पर लोगों से अपील
होशियारपुर में दशहरा प्रोग्राम में 1.5 लाख लोगों ने की शिरकत
आने वाले समय में यह त्योहार और भी बड़े स्तर पर मनाए जाने को यकीनी बनाने के लिए प्रशासन को पुख्ता प्रबंध करने के लिए कहा
होशियारपुर,(राकेश राणा): लोगों को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक दशहरे पर राज्य में से सामाजिक बुराईयों को जड़ से खोदने का संकल्प लेने का न्योता दिया पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने। यहाँ श्री राम लीला कमेटी की तरफ से मनाए गए दशहरे के त्योहार के दौरान इक्_ को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री मान ने कहा कि यह बड़े गर्व और संतोष की बात है कि इस त्योहार को मनाने के लिए यहाँ डेढ़ लाख से अधिक लोग इक्ठ्ठा हुए हैं। भगवंत सिंह मान ने प्रशासन को कहा कि आने वाले समय में इस त्योहार को और बड़े स्तर पर मनाने को यकीनी बनाने के लिए पुख़्ता प्रबंध किये जाएँ। दशहरा ग्राउंड के तौर पर जाने जाते स्थान को आने वाले समय में और बड़ा बनाना चाहिए, जिसके लिए ज़रुरी कदम उठाए जाने चाहिएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब को मैडीकल शिक्षा के केंद्र के तौर पर उभारने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। होशियारपुर में निर्माणाधीन मैडीकल कॉॅलेज आने वाले साल से चालू हो जायेगा, जिससे लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि इसी तरह होशियारपुर में व विकास कार्य शुरू किये जाएंगे, जिससे शहर की नुहार बदलेगी।
अपने पिछले दिनों को याद करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि वह दशहरे का त्योहार मनाने के लिए सुनाम जाते थे। कहा कि वह इस समागम में मुख्य मेहमान के तौर पर नहीं, बल्कि भगवान श्री राम के विनम्र श्रद्धालु के तौर पर शिरकत कर रहे हैं। इस समागम के असली मुख्य मेहमान भगवान राम हैं, जिन्होंने युगों से समूची मानवता को आशीर्वाद दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया भर में मशहूर होशियारपुर के दशहरे का हिस्सा बनना बहुत ख़ुशी और मान की बात है। उत्तरी भारत के सबसे बड़े दशहरे का हिस्सा बन कर वह ख़ुद को सौभाग्यशाली महसूस कर रहे हैं। यह बहुत बड़ी बात है कि होशियारपुर शहर में एकजुट होकर लोगों की तरफ से एक ही दशहरा मनाया जा रहा है, जबकि यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसी एकजुटता अन्य शहरों में कम ही देखने को मिलती है।
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि दशहरे का त्योहार हमें अचल रहने, अपने गुस्से पर काबू रखने और नफऱत से दूर रहने का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि यह तीनों ही कारक सबसे बुद्धिमान व्यक्ति के लिए भी पतन का कारण बनते हैं। त्योहार हमें आपसी भाईचारक सांझ रखने का उपदेश भी देते हैं और उन्होंने लोगों को राज्य की पुरातन शान बहाल करने के लिए सामाजिक बुराईयों को जड़ से ख़त्म करने का न्योता दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘नेकी की बुराई’ पर जीत का प्रतीक यह त्योहार हमें हमारे अमीर सांस्कृतिक विरासत की याद दिलाता है। हमारे देश में इस त्योहार को मनाने की परंपरा सदियों पुरानी है, जो समाज में सदभावना, शान्ति और भाईचारक सांझ को प्रफुलित करने के साथ-साथ समान समाज की सृजना करके आदर्श जीवन जीना के लिए सीख देने संबंधी अग्रणी भूमिका निभाता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह इस ख़ुशी के अवसर पर को राज्य में शान्ति, सदभावना और भाईचारक सांझ को बढ़ाने के लिए ख़ुद को समर्पित करके सौहार्द के साथ त्योहार मनाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी को इस त्योहार को जाति-पाति, नस्ल और रंग के भेदभाव से ऊपर उठ कर पूरे धार्मिक उत्साह के साथ मनाना चाहिए। यह त्योहार हमें एकता और भाईचारक सांझ का संदेश देते हैं और इस दिन हमें सभी सामाजिक बुराईयों से छुटकारा पाकर अपने राज्य को देश का अग्रणी बनाने का प्रण लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि दशहरे का असली महत्व प्यार और धर्म निरपक्षता के साथ-साथ अन्याय, बुराई और अहंकार के विरुद्ध लडऩे में है। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा, विधायक जसवीर सिंह राजा गिल, विधायक डॉ.रवजोत सिंह, विधायक कर्मवीर सिंह घुम्मण, सीनियर एडीशनल एडवोकेट जनरल इंद्रपाल सिंह धन्ना, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री विजय सांपला, पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद, पूर्व सांसद कमल चौधरी, डीआईजी जालंधर रेंज स्वपन शर्मा, डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल, मेयर सुरिंदर कुमार, एसएसपी सरताज सिंह चाहल, चेयरपर्सन जिला योजना कमेटी कर्मजीत कौर, नगर सुधार ट्रस्ट होशियारपुर के चेयरमैन हरमीत सिंह औलख, चेयरमैन दी होशियारपुर सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक विक्रम शर्मा, सीनियर डिप्टी मेयर प्रवीण सैनी, डिप्टी मेयर रंजीता चौधरी, लोकसभा इंचार्ज डॉ. हरविंदर सिंह बक्शी, जिला प्रधान गुरविंदर सिंह पाबला, हल्का इंचार्ज मुकेरियां प्रो.जीएस मुल्तानी, श्री राम लीला कमेटी के प्रधान गोपी चंद कपूर व चेयरमैन शिव सूद भी मौजूद थे।