देश की भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है महाराणा प्रताप का त्याग व बलिदान: कुंवर विक्की
484वीं जयंती पर स्मरण किए गए महाराणा
दीनानगर,(राजदार टाइम्स): अपने त्याग व बलिदान से इतिहास के पन्नों को सुर्ख करने वाले राष्ट्र के युग पुरुष शूरवीर महाराणा प्रताप जी की 484वीं जयंती पर महाराणा प्रताप यूथ क्लब सम्मूचक्क की ओर से गांव में इस वीर योद्धा की याद में बने स्मारक पर क्लब के प्रधान ठाकुर बाबू राम की अध्यक्षता में महाराणा प्रताप जयंती समारोह का आयोजन किया गया।जिसमें शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंद्र सिंह विक्की व राजपूत महासभा लोकसभा हलका गुरदासपुर के प्रधान कुंवर संतोख सिंह बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए।इनके अलावा राजपूत महासभा जिला गुरदासपुर के अध्यक्ष ठाकुर राम सिंह मजीठी, ब्लॉक समिति के पूर्व चेयरमैन ठाकुर जगतार सिंह काका, योगेश ठाकुर आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर इस राष्ट्रनायक को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सर्वप्रथम मुख्यातिथि व अन्य मेहमानों ने ज्योति प्रज्जवलित व पुष्पांजलि अर्पित कर व महाराणा प्रताप की अश्व सवार प्रतिमा को दूध से स्नान करवा समारोह का आगाज किया। श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए कुंवर रविंद्र सिंह विक्की ने कहा कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप राष्ट्र के अनमोल रत्न हैं, इनका त्याग, बलिदान व आदर्श भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप की आदर्श नीतियों ने राष्ट्र विरोधी ताकतों के समक्ष झुकना नहीं सिखाया, बल्कि अपना बलिदान देकर समाज को यह संदेश दिया है कि राष्ट्र सेवा ही सर्वोपरि होती है। सरकार को स्कूलों के पाठ्यक्रमों में महाराणा प्रताप जैसे शूरवीरों की शौर्य गाथाएं शामिल करनी चाहिए ताकि देश की युवा पीढ़ी अपने गौरवशाली इतिहास की महान विभूतियों के बारे में जान सके। कुंवर विक्की ने कहा कि महाराणा प्रताप क्षत्रियों के ही नहीं सारे देश के सिरमौर हैं जिन्होंने समाज के सारे वर्गों के स्वाभिमान की लड़ाई लड़ते हुए अपना सर्वस्व राष्ट्र की बालिवेदी पर कुर्बान कर दिया। कार्यक्रम के अंत में क्लब के अध्यक्ष ठाकुर बाबू राम ने आए मेहमानों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर पूर्व सरपंच स्वर्ण सिंह, कैप्टन देस राज, ठाकुर जवाहर सिंह, नंबरदार ठाकुर वरिंदर सिंह विक्की, ठाकुर भूपिंदर सिंह बॉबी, ठाकुर साहब सिंह, गुरविंदर सिंह, वरिंदर सिंह, स्वीटी ठाकुर, सन्नी ठाकुर, मलकीत सिंह, सरवन सिंह, अनिल ठाकुर, अभिनव ठाकुर, किशन सिंह, शम्मी ठाकुर, अभी ठाकुर, शिव राम, परशोतम लाल, हरीश ठाकुर, लव ठाकुर आदि उपस्थित थे।
अकबर नहीं महाराणा प्रताप हैं महान
कुंवर रविंदर सिंह विक्की ने कहा कि मई के पूरे महीने में सारे देश में शहर व ग्राम स्तर पर महाराणा जयंतियों का अयोजन किया जाता है ताकि समूह देशवासी इस शौर्यवीर के संघर्षपूर्ण जीवन से प्रेरणा ले सकें मगर देश का दुर्भाग्य है कि हमारी आज की पीढ़ी को स्कूलों में अकबर द ग्रेट पढ़ाया जाता है बल्कि सच्चाई यह है कि अकबर नहीं महाराणा प्रताप महान थे। उन्होंने कहा कि गुलामी के विरोध में अगर पहली चिंगारी भडक़ी तो यह इसी महान योद्धा की धधकती हुई आवाज से पैदा हुई थी अगर आज हम इन्हें आजादी का पहला परवाना कहें तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगी। विक्की ने कहा कि भारत मां के इस महान सपूत का बलिदान युवा पीढ़ी में राष्ट्र पर मर मिटने का जज्बा पैदा करता रहेगा। महाराणा प्रताप ने समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर उस मुगल सियासत के खिलाफ संघर्ष किया, जिसने हिंदोस्तान के टुकड़े करने का बीड़ा उठाया था। मगर महाराणा प्रताप अकबर के सामने कभी झुके नहीं बल्कि उसे हर क्षेत्र में करारी शिकस्त देकर केसरिया ध्वज को कभी झुकने नहीं दिया। कुंवर विक्की ने कहा कि गुरु गोबिन्द सिंह, महाराणा प्रताप व वीर शिवा जी देश के ऐसे कर्णधार हुए हैं, जिनके द्वारा जलाई गई देशभक्ति की मशाल से आज भी सारा विश्व प्ररेणा लेता है।
महाराणा के शौर्य समक्ष थर थर कांपता था अकबर: कुंवर संतोख
संतोख सिंह ने कहा शूरवीर महाराणा प्रताप का सारा जीवन चुनौतियों से भरा रहा मगर उनका हौंसला कभी परास्त नहीं हुआ तथा उनके शौर्य के समक्ष अकबर भी थर-थर कांपता था इसलिए वो सारा जीवन महाराणा प्रताप का सामना नहीं कर सका। उन्होंने कहा देश की युवा पीढ़ी को चाहिए कि महाराणा प्रताप जैसे योद्धाओं को अपना रोल मॉडल मानते हुए उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लें यही आज के दिन इस महान योद्धा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।