भगवंत मान सरकार राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए डल्लेवाल को बना रही मोहरा, चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं करा रही: हरजीत ग्रेवाल
कहा, किसान नेताओं द्वारा संविधान व न्यायपालिका के विरुद्ध दोषारोपण पर विपक्षी नेता चुप क्यूँ
चंडीगढ़,(राकेश राणा): भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य तथा वरिष्ठ नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल ने किसान आन्दोलन के नेताओं द्वारा बार बार की जा रही पत्रकारवार्ताओं के संबंध में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि किसान नेता संविधानिक संस्थाओं और न्यायपालिका पर सवाल खड़े करते हुए दोषारोपण कर रहे हैं। उन्होंने विपक्षी पार्टियों तथा अन्य संस्थाओं को सवाल करते हुए कहा कि जो लोग किसान आन्दोलन से पहले संवोधन और न्यायपालिका की दुहाई देते थे। अब वह सब चुप क्यूँ हैं और कहाँ चले गए हैं। ग्रेवाल ने डल्लेवाल की अच्छी सेहत की गुरु चरणों में अरदास करते हुए कहा कि कनाडा में बैठी भारत तथा पंजाब विरोधी शक्तियाँ को किसान नेता डल्लेवाल का बलिदान लेना है और इसी कारण वह उन्हें चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं होने दे रहे। माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा डल्लेवाल की सेहत पर पल-पल की जानकारी राखी जा रही है और इसी कारण सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के आदेश जारी किए हैं, लेकिन पंजाब की भगवंत मान सरकार ने माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं कर रही। अब पंजाब सरकार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा तीन दिन का और समय दिया गया है। हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी पंजाब की भगवंत मान सरकार के किसानों की समस्याओं पर राजनीति करती आ रही है और उनकी किसान विरोधी नीतियों का चेहरा फिर से उजागर हुआ है। जिसके चलते वह भूख हड़ताल पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत के साथ भी अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने से परेहज नहीं कर रही। पंजाब सरकार के नेता डल्लेवाल की सेहत जानने नहीं बल्कि अपने राजनीतिक मकसद के चलते हुए वहां गए थे। ग्रेवाल ने कहा कि लगता है कि भगवंत मान सरकार पंजाब के हालात बिगाड़ कर पंजाब को काले दौर में झोंकना चाहती है। जिसके चलते किसान नेता डल्लेवाल जी को चिकित्सा सहायता प्रदान नहीं कर रही। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान को अपील की कि वह माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए राजनीति से ऊपर उठकर डल्लेवाल जी की नाजुक सेहत को प्रमुखता से ध्यान में रख कर डल्लेवाल जी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाएं।