भारत जैसे देश में जो सभी धर्मों का सम्मान करता है, ऐसी नफरत का नहीं है कोई स्थान : जय इंद्र कौर
चंडीगढ़,(राकेश राणा): भाजपा की प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्षा जय इंदर कौर के नेतृत्व में भाजपा पंजाब नेतृत्व ने सेक्टर-39 पुलिस स्टेशन में भाजपा राजस्थान नेता संदीप दायमा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। शिकायत दर्ज करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए महिला मोर्चा अध्यक्षा जय इंद्र कौर ने कहा कि हमारे पवित्र गुरुद्वारों व मस्जिदों के खिलाफ राजस्थान के नेता संदीप दायमा द्वारा की गई। असंवेदनशील नफरत भरी टिप्पणियों ने हमारी भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है और इसे सिर्फ माफी मांगने से माफ नहीं किया जा सकता है। पंजाब भाजपा ने इस पर कड़ा रुख अपनाया है तथा इसकी निंदा करते हैं। आज हमने उक्त नेता के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है व मांग की कि उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्षा ने कहा कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ के नेतृत्व में हमारे राज्य नेतृत्व ने पहले ही संदीप दायमा के पार्टी में बने रहने के खिलाफ अपना कड़ा विरोध केंद्रीय नेतृत्व को बता दिया है। वह एक बार फिर उनसे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और तुरंत निष्कासित करने का आग्रह करती हैं। उन्होंने कहा इस संदीप दायमा ने जानबूझकर देश के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाडऩे के लिए ऐसा बयान दिया है। उसे सिर्फ माफी मांगकर बच निकलने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। भारत जैसे देश में, जो सभी धर्म और आस्था का सम्मान करता है, ऐसी नफरत के लिए कोई जगह नहीं है। पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए भाजपा पंजाब के प्रवक्ता प्रीतपाल सिंह बलियावाल ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह और प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ सहित हमारी भाजपा के वरिष्ठ नेतृत्व ने इस बयान पर कड़ा एतराज जताया है और यह भाजपा ही है। जिसने यह मुद्दा उठाने की और उनके खिलाफ मामला दर्ज कराने की पहल की है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष राजा वाडिग़ के विपरीत, जो 1984 के सिख विरोधी दंगों के ज्ञात आरोपी कमल नाथ की प्रशंसा कर रहे हैं। हमने उनके बयान की कड़ी निंदा की है और उन्हें पार्टी से बाहर करने की मांग की है। बाद में जय इंदर कौर ने दायमा को पार्टी से निष्कासित करने के लिए भाजपा हाईकमान के प्रति आभार भी व्यक्त किया। इस समय पर उनके साथ भाजपा प्रतिनिधियों में ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष अमरपाल सिंह बोनी अजनाला, भाजपा पंजाब सचिव कंवर सिंह टोहरा, प्रवक्ता प्रीतपाल सिंह बलियावाल तथा वकील हरनीत सिंह आदि शामिल थे।