आप सरकार का तीसरा बजट भी पंजाब की जनता से किए वायदों को पूरा करने में रहा विफल : चुग
कहा, मुखयमंत्री मान ने घोषणा पत्र को रद्दी की टोकरी मे डाल नकारात्मक, फीका, निराशाजनक, दिशाहीन, झूठ का पुलिंदा बजट दिया पंजाब को
चंडीगढ़,(राकेश राणा): भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ ने पंजाब बजट पर टिप्प्णी करते हुए कहा कि आप सरकार द्वारा पंजाब विधानसभा में पेश किया गया 2024-25 का बजट राज्य की जनता से किए वायदों में पुरी तरह विफल साबित हुआ है और इसने समाज के सभी वर्गों को निराश किया है, चाहे वे किसान हों, उद्योगपति हों या सरकारी कर्मचारी हों। बजट पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चुघ ने कहा कि राज्य के कर्ज में आश्चर्यजनक वृद्धि, जो 3.7 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है, एक लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था का स्पष्ट संकेत है। पिछले साल AAP सरकार ने अर्थव्यवस्था को चलाने के लिए 44 हज़ार करोड़ रुपये उधार लिए थे, जिससे पता चला कि संसाधन सृजन में कोई प्रयास नहीं किया गया था।चुघ ने कहाँ की मुखयमंत्री मान ने अपनी पार्टी के घोषणा पत्र को रद्दी की टोकरी मे डाल नकारात्मक, फीका, निराशाजनक, दिशाहीन, झूठ का पुलिंदा बजट पंजाब की दिया हैं बजट को देख पंजाब का किसान, महिला, युवा,किसान,गरीब, व्यपारी के सपनों को चकनाचूर कर दिया हैं। पंजाब सरकार के दावों पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि भगवंत मान सरकार चुनाव पूर्व वादों को पूरा करने में विफल रही है और एक बार फिर सरकार महिलाओं को प्रति व्यक्ति 1000 रुपये पेंशन देने का वादा करने में विफल रही है। चुग ने कहा कि जबकि खराब मौसम के कारण किसानों को बड़ा नुकसान हुआ, बजट में उन्हें कोई राहत नहीं दी गई है। इससे पता चलता है कि आप सरकार को उन किसानों की कोई चिंता नहीं है। जिन्हें करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। इसके अलावा, इस बार फसलों के विविधीकरण के लिए आवंटित धनराशि में लगभग 50 प्रतिशत की कटौती की गई है, जिससे भगवंत मान सरकार के किसान समर्थक सरकार होने के फर्जी दावों का पर्दाफाश हो गया है।किसानों के साथ धोखा होने के बावजूद बजट में औद्योगिक क्षेत्र में निवेश बढ़ाने की कोई गुंजाइश नहीं है। बजट उन उद्योगपतियों के लिए एक बड़ी निराशा है जिन्हें अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिए कोई राहत या प्रोत्साहन नहीं मिलता है। उन्होंने कहा कि यह राज्य सरकार के सबसे निराशाजनक बजटों में से एक है जो झूठे और नकली वादों पर आधारित है।