पुलिस में भर्ती कराने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के तीन सहस्यो को मुकेरियां पुलिस ने किया काबू
लगभग 30-35 युवकों से दो करोड़ 58 लाख की ठगी करने का आरोप
मुकेरियां,(राकेश राणा): स्थानीय पुलिस ने भोले-भाले युवाओं को पंजाब पुलिस में भर्ती कराने का झांसा देकर लगभग 30-35 युवकों से दो करोड़ 58 लाख की ठगी करने वाले गिरोह के सदस्यों के तीन सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। पत्रकारों को जानकारी देते हुए डीएसपी कुलविंदर सिंह विर्क व एसएचओ जोगिंदर सिंह ने बताया कि यह गिरोह, जिसका मुखिया बलविंदर सिंह पुत्र जगीर सिंह निवासी डेरा सैदा सुल्तानपुर लोधी, जिला कपूरथला जोकि खुद को पंजाब पुलिस का सब इंस्पेक्टर बताता था। इसी तरह से उसका दूसरा साथी रोहित कुमार उफऱ् बलवंत सिंह गिल पुत्र लछमी दास निवासी पुलिस स्टेशन डिवीजन नंबर-7, जिला जालंधर जो खुद को विजिलेंस का डीएसपी बताता है। इस गिरोह के अन्य सदस्य हरजीत सिंह पुत्र किरत सिंह निवासी सहायपुर थाना बुल्लोवाल, जिला होशियारपुर तथा बलवीर सिंह उर्फ शिवा पुत्र प्रताप सिंह निवासी देवा कॉलोनी थाना मुकेरियां भी अपने आपको पुलिस मुलाजिम बताते थे। इस गिरोह ने मुकेरियां क्षेत्र के 30-35 युवाओं को पंजाब पुलिस में सिपाही के पद पर भर्ती कराने के नाम पर लगभग दो करोड़ 58 लाख रुपये की ठगी की है। डीएसपी विर्क ने बताया कि इस गिरोह द्वारा भोले भाले युवकों को उनके पंजाब पुलिस के सिपाही रैंक की फर्जी आईडी कार्ड व ज्वाइनिंग लेटर बनवाकर पुलिस की वर्दी पहनकर ट्रेनिंग के लिए आर्मी दशहरा ग्राउंड, जालंधर, अमृतसर व फिलौर ले जाया जाता था और बैंक खाता खुलवा कर उन खातों में दो-तीन महीने की तन्खाह (सैलरी) के आठ से दस हजार रुपए जमा करते थे। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बलविंदर सिंह पुत्र जागीर सिंह निवासी डेरा सैदा सुल्तानपुर लोधी जिला कपूरथला (फर्जी सब इंस्पेक्टर) 2. रोहित कुमार उर्फ बलवंत सिंह गिल पुत्र लछमी दास निवासी सहायपुर थाना डिवीजन नंबर-7 जालंधर (फर्जी डीएसपी विजिलेंस) हरजीत सिंह पुत्र कीरत सिंह निवासी सहायपुर थाना बुलोवाल जिला होशियारपुर के रूप में हुई है। आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है, पूछताश में इनसे और भी खुलासे होने की संभावना है।

Previous articleहोशियारपुर में स्थिति नियंत्रित, अफवाहों पर विश्वास न करें लोग: कोमल मित्तल
Next articleविधायक जंगीलाल ने घर की छत बनाने के लिए परिवार को दी आर्थिक सहायता