आतिशी ने बजट प्रस्तावों को लेकर हुई बैठक में शामिल होकर कानून की उड़ाई धज्जियां: एसएस चन्नी
पंजाब की शीर्ष गुप्त बैठकों में आतिशी की भागीदारी के संबंध में मुख्यमंत्री अपनी स्थिति करें स्पष्ट
केजरीवाल की करीबी दिल्ली की मंत्री आतिशी ने पंजाब बजट प्रस्तावों की बैठक में शामिल होकर साबित किया कि पंजाब सरकार चलती हैं दिल्ली से
आतिशी, नवल किशोर, हरपाल चीमा और अन्य लोगों के खिलाफ किया जाना चाहिए मामला दर्ज
चंडीगढ़ (राजदार टाइम्स): भाजपा पंजाब के प्रवक्ता पूर्व आईएएस एस.एस चन्नी और भाजपा पंजाब प्रदेश प्रेस सचिव हरदेव सिंह उभ्भा ने भाजपा पंजाब प्रदेश मुख्यालय चंडीगढ़ में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल की करीबी दोस्त और दिल्ली की मंत्री आतिशी पंजाब बजट प्रस्तावों को लेकर बैठक में शामिल होकर कानून और सविधान की धज्जियाँ उड़ाई है। चन्नी ने मांग की कि इस गंभीर मामले को लेकर आतिशी, पंजाब के वित्तमंत्री हरपाल सिंह चीमा और अन्य सभी जिम्मेदार मंत्रियों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। कानून के मुताबिक, बजट पेश होने तक प्रस्तावों को गुप्त रखा जाता है, किसी भी जानकारी को लीक करना गैरकानूनी है। दिल्ली में केजरीवाल की करीबी मंत्री आतिशी ने पंजाब के बजट प्रस्तावों को लेकर हुई बैठक में शामिल होकर साबित कर दिया है कि पंजाब सरकार दिल्ली से चलती है और अरविंद केजरीवाल ही पंजाब के असली मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को पंजाब की शीर्ष गुप्त बैठकों में आतिशी, नवल किशोर और अरविंद केजरीवाल के अन्य करीबी सहयोगियों की भागीदारी के बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और पंजाबियों को बताना चाहिए कि दिल्ली के लोग पंजाब की गुप्त सरकारी बैठकों में किस हैसियत से शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की शराब नीति बनाने के दौरान भी अरविंद केजरीवाल के करीबियों की संलिप्तता सामने आई थी, उस मामले की भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की लापरवाही और बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराने के कारण पंजाब के किसान अपने बागों को उखाड़ने को मजबूर हो रहे हैं। एस.एस चन्नी ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने घोषणा की है कि पिछले दिन हुई ओलावृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई पंजाब सरकार करेगी। भगवंत मान सरकार ने अभी तक बाढ़ से हुए नुकसान का मुआवजा लोगों को नहीं दिया है, जबकि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा था कि मरे हुए मुर्गे का भी मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार पर गन्ना किसानों का 40 करोड़ पुराना और 190 करोड़ मौजूदा बकाया है, जिसे पंजाब सरकार नहीं दे रही है। उन्होंने मांग की कि पंजाब सरकार गन्ना उत्पादकों के सभी बकाया का तुरंत भुगतान करे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक विपक्षी दल के रूप में अपना कर्तव्य नहीं निभा रही है, क्योंकि कांग्रेस ने पंजाब में आम आदमी पार्टी से हाथ मिला लिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है और पंजाब के लोग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।