महाराणा प्रताप के 428वें बलिदान दिवस पर स्मरण किए गए महाराणा
पठानकोट,(बिट्टा काटल): अपने त्याग व बलिदान से ईतिहास के पन्नों को सुरख करने वाले राष्ट्र के युग पुरुष शूरवीर महाराणा प्रताप जी के 428वें बलिदान दिवस पर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा पंजाब व शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद की तरफ से स्थानीय बस स्टैंड पर महाराणा प्रताप की याद में बने स्मारक पर परिषद के महासचिव कुंवर रविंद्र सिंह विक्की की अध्यक्षता में श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा पंजाब के चेयरमैन ठाकुर दविंदर सिंह दर्शी बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा परिषद के अध्यक्ष व शहीद लेफ्टिनेंट गुरदीप सिंह सलारिया शौर्य चक्र के पिता कर्नल सागर सिंह सलारिया, प्रेस सचिव बिट्टा काटल, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा पंजाब के उपप्रधान ठाकुर साहब सिंह साबा, राजपूत महासभा लोकसभा हलका गुरदासपुर के अध्यक्ष कुंवर संतोख सिंह, हिन्दू सुरक्षा समिति पंजाब के चेयरमैन सुरिंदर मन्हास, राजपूत सभा जिला गुरदासपुर के अध्यक्ष ठाकुर राम सिंह मजीठी, सचिव ठाकुर विजय सिंह सलारिया, कार्पोरेटर रजनी मन्हास, एन.आर.आई कुंवर रोहित सिंह, राजपूत मुलाजिम कल्याण सभा के चेयरमैन ठाकुर दलीप सिंह, शहीद मेजर विवेक भंदराल के पिता कर्नल पी.एस भंदराल, शहीद सिपाही मोहन सिंह चिब सेना मेडल के भाई ठाकुर जीवन सिंह चिब, शहीद सिपाही मक्खन सिंह के पिता हंस राज, रिटायर्ड डिप्टी डीईओ ठाकुर राजेश्वर सलारिया, राजपूत सभा अबरोल नगर के महासचिव जंगवीर पठानिया, हिन्दू सुरक्षा समिति के जिलाध्यक्ष विक्की ठाकुर आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर इस राष्ट्र नायक को श्रद्धासुमन अर्पित किये।

सर्वप्रथम मुख्यातिथि व अन्य मेहमानों ने ज्योति प्रज्जवलित व पुष्पांजलि अर्पित कर व महाराणा प्रताप की अश्व सवार प्रतिमा को दूध से स्नान करवा समारोह का आगाज किया। श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि ठाकुर दविंदर सिंह दर्शी ने कहा कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप राष्ट्र के अनमोल रत्न हैं, इनका त्याग, बलिदान व आदर्श भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप की आदर्श नीतियों ने राष्ट्र विरोधी ताकतों के समक्ष झुकना नहीं सिखाया, बल्कि अपना बलिदान देकर समाज को यह संदेश दिया है कि राष्ट्र सेवा ही सर्वोपरि होती है। महाराणा प्रताप समाज के सभी वर्गों के स्वाभिमान की सुरक्षा करते हुए अपना सर्वस्व राष्ट्र की बलिवेदी पर कुर्बान कर दिया। इस लिए सभी देशवासियों का यह फर्ज बनता है कि इस महान योद्धा के पदचिन्हों पर चलते हुए इनकी सोच पर पहरा दें।
महाराणा प्रताप क्षत्रियों के ही नहीं सारे देश के सिरमौर : कुंवर विक्की
परिषद के महासचिव कुंवर सिंह विक्की ने कहा कि महाराणा प्रताप क्षत्रियों के ही नहीं बल्कि सारे देश के सिरमौर हैं। जिन्होंने उस मुगल सियासत के खिलाफ संघर्ष करते हुए लड़ाई लड़ी। जिन्होंने हिंदुस्तान के टुकड़े करने का बीड़ा उठा रखा था लेकिन भारत मां का यह वीर सपूत अकबर के सामने रुका नहीं, झुका नहीं बल्कि जंगलों में भटकते हुए घास की रोटियां खाकर भी हिंदुस्तान के स्वाभिमान को कायम रखते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी लेकिन केसरिया ध्वज को झुकने नहीं दिया ऐसे शौर्यवीरों के बलिदान के समक्ष समूचा राष्ट्र नतमस्तक है।
महाराणा प्रताप की सोच पर पहरा देकर करें आदर्श समाज का निर्माण : साबा
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा पंजाब के उपाध्यक्ष ठाकुर साहब सिंह साबा ने कहा कि आज समय की पुकार है कि सभी देशवासी संगठित होकर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जैसी ऐतिहासिक विभूतियों की सोच पर पहरा देते हुए आदर्श समाज की सृजना में योगदान दें तथा देश की युवा पीढ़ी ऐसे राष्ट्रनायकों को अपना रोल मॉडल बनाए और स्कूलों के पाठ्यक्रमों में शूरवीर महाराणा प्रताप जैसे रणबांकुरों की शौर्यगाथा को शामिल किया जाए। प्रदेश नहीं राष्ट्रीय स्तर पर महाराणा प्रताप की याद में स्मारक बनाए जाएं ताकि देशवासी ऐसे वीरों के महान बलिदान से प्रेरणा ले सकें। सरकार खुद इन स्मारकों की देखभाल का जिम्मा उठाए ताकि इनके बलिदान की गरिमा बहाल रहे।
धूमिल नहीं होने देंगे महाराणा प्रताप स्मारक की गरिमा : सुरिंदर मन्हास
हिन्दू सुरक्षा समिति पंजाब के चेयरमैन सुरिंदर मन्हास ने कहा कि महाराणा प्रताप जैसे शूरवीरों की याद में बने ऐसे स्मारक देशवासियों में देशभक्ति की चेतना पैदा करते हैं। वह क्षत्रिय महासभा के सदस्यों को यह भरोसा दिलाते हैं कि इस स्मारक की गरिमा को धूमिल नहीं होने देंगे, बल्कि इसे और भी सुंदर व आकर्षक बनाने के लिए हम सभी सरकार के सामने यह मांग रखते हैं कि इस स्मारक में महाराणा प्रताप के नाम पर एक भवन का निर्माण करवा।