होशियारपुर,(राजदार टाइम्स): स्वास्थ्य विभाग पंजाब और सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार शगोत्रा ​​के दिशा-निर्देशों के अनुसार जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.सीमा गर्ग ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि डिप्थीरिया नामक बीमारी पड़ोसी देशों खासकर पंजाब की सरहद के साथ लगते पाकिस्तान में बच्चों में पाई जाने वाली बीमारी डिप्थीरिया जिसे आम भाषा में गलघोटू भी कहा जाता है के मिलने से सेहत विभाग पूरी तरह से चौकस है। आमतौर पर माता-पिता अपने छोटे बच्चों को टीका लगवाते हैं, लेकिन 5 साल के बाद वे बच्चों के टीकाकरण को लेकर लापरवाह हो जाते हैं। बच्चों का टीकाकरण तभी पूर्ण माना जाता है, जब 16 वर्ष की आयु तक के सभी टीके सही समय पर लगाए जाएं। डॉ.गर्ग ने बताया कि डेढ़ साल की उम्र के बाद 5 साल की उम्र में डीपीटी का टीका, 10 साल तथा 16 साल की उम्र में टीडी का टीका लगवाना बहुत जरूरी है। ये सभी टीके स्वास्थ्य विभाग द्वारा ममता दिवस के अवसर पर बिल्कुल मुफ्त लगाए जाते हैं। सरकारी स्कूलों में भी ये टीके समय-समय पर संबंधित एएनएम द्वारा लगाए जाते हैं। माता-पिता नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर या अपने क्षेत्र की एएनएम से संपर्क करके अपने बच्चों का टीकाकरण करा सकते हैं। संपूर्ण टीकाकरण ही बच्चों को 11 बीमारियों से बचा सकता है।