जाना था गंगापार, प्रभु केवट की नाव चढ़े
फरीदाबाद,(राजदार टाइम्स): श्री धार्मिक लीला कमेटी के निर्देशक हरीश चन्द्र आज़ाद ने बताया कि कल रात रामलीला के मंच पर केवट संवाट दृशाये गए।सबसे पहले उभरती गायिका रीया खरबंदा ने गणेश वंदना की और स्व. नरेन्द्र चंचल के जन्मदिवस की याद में उनकी भेंट गाई। कांग्रेसी नेता गुलशन बगा ने ज्योति प्रज्वलित करके शुभारम्भ किया। उसके बाद उपप्रधान सतीश नागपाल ने उन्हें सम्मानित किया।
निर्देशक आज़ाद ने बताया कि सबसे प्रथम दृश्य में श्रीराम अयोध्या से सीता और लक्ष्मन के साथ भगवे वस्त्र धारण करके वनों के लिये निकलते हैं। तब सभी अयोध्यावासी गाते हैं कि मेरे राम जी चले हैं बनवास भक्तजन रोने लगे, अगले दृश्य में राम जी गंगापार जाने के लिये केवट से कहते हैं कि हमको अपनी नाव में गंगापार करवा दिजिये, केवट प्रभुराम को पहचान जाते हैं और भोलेपन में कहते हैं कि न प्रभु हमको माफ करना मैं आपको अपनी नाव में नही बिठा सकता तो राम उनसे कारण पूछते हैं तो केवट कहते हैं कि मैंने सुना है कि एक बार आपके पाँव लगने से पत्थर औरत बन गई थी इसलिये अगर मुझ गरीब की नाव भी औरत बन गई तो? यह सुनकर श्रीराम हंसते हुए कहते हैं कि केवट आप चिंता न करें ऐसा नहीं होगा। तब केवट उन्हें गंगापार करवाने के लिये अपनी नाव में ले जाता हुआ यह गाना गाता है कि जाना था गंगापार प्रभु केवट की नाव चढ़े। उसके बाद भारी वर्षा की वजह से आगे के दृश्य नहीं दिखाये जा सके जिन्हें आज दिखाया जायेगाकेवट के किरदार में अनिल नागपाल ने अपने अभिनय की अटूट छाप छोड़ते हुए दर्शकों की तालियाँ व वाहवाही लूटी।अनिल नागपाल इस रामलीला के सबसे वरिष्ट कलाकार हैं।