पंचायत मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने 203 एकड़ जमीन से अवैध कब्जा छुड़वाया
ब्लाक तलवाड़ा के गांव भंबोताड़ में सरकारी पंचायती जमीन से छुड़वाया अवैध कब्जा
प्रदेश में अब तक कुल 13 हजार एकड़ जमीन करवाई गई कब्जा-मुक्त
कहा, विभाग के शामलात सैल को किया गया है मजबूत
तलवाड़ा,(राकेश राणा): पंजाब के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने आज जिले के ब्लाक के गांव भंबोताड़ में 203 एकड़ पंचायती जमीन से अवैध कब्जा छुड़वाया। इस अवसर पर विधायक दसूहा कर्मवीर सिंह घुम्मण भी मौजूद थे।
गांव के कम्यूनिटी सैंटर में आयोजित समागम के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए पंचायत मंत्री ने बताया कि भंबोताड़ के अंतर्गत चार गांवों में 252 एकड़ पंचायती जमीन पर कब्जा है और 203 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा गांवों की पंचायतों व किसानों की ओर से स्वेच्छा से छोड़ा गया है, जोकि प्रशंसनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि बाकी जमीन पर लोगों ने अपने घर बना लिए हैं, जिस संबंधी पालिसी बनाकर जल्द कब्जा छुड़वा लिया जाएगा और लोगों को भी कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिस जमीन का कब्जा छुड़वाया गया है वहां पर खैर व सागवान के पेड़ लगे हुए है और कटाई योग्य हो चुके हैं। विभाग की आज्ञा के बाद इनकी कटाई करवा कर पैसा सरकार के खजाने में डाला जाएगा। मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने एक सवाल के जवाब में बताया कि प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर 13 हजार एकड़ के करीब पंचायती जमीनों से अवैध कब्जे छुड़वाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से अदालती मामलों के निपटारे संबंधी पैरवी में और तेजी लाई जाएगी और प्रदेश में अन्य जमीनों को भी जल्द कब्जे से मुक्त करवा लिया जाएगा। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार सरकारी जमीनों को अवैध कब्जों से मुक्त करवाने के लिए पूरी तरह से वचनबद्ध है। सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे करवाने वाले किसी भी शख्स के बख्शा नहीं जाएगा, फिर चाहे वह कितना भी रसूखदार क्यों न हो। उन्होंने कहा कि सरकारी जमीनों से अवैध कब्जे छुड़वाने के लिए काम कर रहे विभाग के शामलात सैल को मजबूत किया गया है ताकि पंचायती जमीनों के कब्जे छुड़ाने में कोई परेशानी न आए।
इस अवसर पर संयुक्त डायरेक्टर ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग जगविंदरजीत सिंह संधू, डिविजनल डिप्टी डायरेक्टर जालंधर अमरदीप सिंह गुजराल, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) बलराज सिंह, डी.डी.पी.ओ भूपिंदर सिंह मुल्तानी, बी.डी.पी.ओ तलवाड़ा सुखप्रीतपाल सिंह भी मौजूद थे।