भगवंत मान साब आपने जुल्म करते नहीं थकना, हमने सघर्ष करते नहीं थकना : परमजीत सिंह भुल्ला
कहा, हम हैं गुरू गोबिंद सिंह जी के पुत्र, लड़े हैं हमेशा जुल्म के खिलाफ
किसान मजदूर सघर्ष कमेटी पंजाब द्वारा डीएसपी दफ्तर दसूहा के बाहर लगाया गया धरना 11वें दिन में दाखिल
लोगों द्वारा लगाया गया मकर संक्रांति के मौके पर कड़ी चावल का लंगर
दसूहा,(राजदार टाइम्स): किसान मजदूर सघर्ष कमेटी पंजाब की तरफ से समाज सेविका बीबी सुरिन्द्र कौर कालड़ा की ग्रिफ्तारी के विरोध में राष्ट्रीय मार्ग पर स्थित डीएसपी दफ्तर के सामने लगाया गया रोष धरना आज 11वलें दिन में प्रवेश कर गया। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर दसूहा निवासियों व किसान मजदूर सघर्ष कमेटी पंजाब द्वारा कड़ी चावल का लंगर लगाया गया। आज के धरने का नेतृत्व किसान मजदूर सघर्ष कमेटी पंजाब के जिलाध्यक्ष परमजीत सिंह भुल्ला ने किया। उन्होंने बताया कि स्थानिय डीएसपी दफ्तर के सामने लगाया गया धरना आज 11वें दिन में प्रवेश कर गया है। इस कडक़ती हुई सर्दी में किसान व मजदूर तथा बजुर्ग पिछले 11 दिन से न्याय लेने के लिए शातिँ पूर्वक धरने पर बैठे हुए हैं मगर ना तो सरकार व ना हि पुलिस प्रशासन के काँनों पर जूँ तक रेंग रही है। जिस कारण अब उन्हें सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर होने पड़ेगा। इसी के तहत 18 जनवरी दिन ब्रहस्पतवार को राज्य कमेटी के दिशा-निर्दोशों अनुसार रोलों का चक्का जाम किया जाएगा, तांकि सरकार व पुलिस प्रशासन जोकि कुँभकर्नी नींद में सोया हुआ है, उसे जगाया जा सके। उन्होंने कहा कि शहीद भगत सिंह के झूठे वारिस कहलाने वालों को लोग अगामी लोक सभा के चुनावों में इस धक्केशाही का हिसाब चुकता कर देंगे। भुल्ला ने कहा कि भगवंत मान सरकार में पंजाब के अन्दर निर्दोश लोगों पर लगातार जुल्म की तलवार लटक रही है। थानों, कचाहरियों, तहसीलों, बिजली घरों, में लगातार भ्रष्टाचार हो रहा है बल्कि पहले से कही बढ़ गया है। इतना ही नहीं राजनितिक बदले की बावना से थानों में निर्दोश लोगों पर झूठे मामले दर्ज कर उनको जेलों में ठूसा जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह सत्ताधारी पार्टी को यह बता देना चाहबते हैं कि आपने जुल्म करते हुए नही थकना और हमने संघर्ष करते हुए नहीं थकना, हम गुरू गोबिंद सिंह के वारिस हैं, जोकि जुल्म के खिलाफ लड़ते आऐ हैं। जिला प्रशासन व भगवंत मान सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने ग्रिफ्तार बीबी सुरिन्द्र कौर कालड़ा को रिहा नहीं किया गया यह सघर्ष लगातार जारी रहेगा। इस समय पर कश्मीर सिंह फत्ता कुल्ला, अनुप सिंह, दविन्द्र सिंह काहलों, सतनाम सिंह, निशान सिंह मंड़, सतनाम सिंह, गुरदेव सिंह औलख, मलकीत सिंह चीमा, सुखराज सिंह चीमा, सुखदेव सिंह बुद्दोबर्कत, लक्खी सिंह मुलतानी आदि के अलावा भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।