काल के गाल में समा गईं 16 जिंदगियां, चमोली हादसे में क्या-क्या हुआ?
घटना पर मुख्यमंत्री हुए सख्त, जांच के दिए निर्देश; डीआईजी ने बताया कैसे हुआ यह हादसा
चमोली,(राजदार टाइम्स): जिले में आज दोपहर एक बड़ा दर्जनाक हादसा हुआ। करंट लगने से 16 लोगों की जान चली गई। मृतकों में पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। कई लोगों की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। घायलों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है। हादसे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शोक व्यक्त करते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं। हादसे के बाद आनन-फानन में सभी को अस्पताल पहुंचाया गया। कुछ रिपोट्र्स में बताया जा रहा है कि नदी के किनारे नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत काम चल रहा था। यहां कई मजदूर भी करंट लगने से घायल हो गए। बुधवार को जिस समय हादसा हुआ, उस वक्त साइट पर 24 लोग मौजूद थे। चमोली के ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता अमित सक्सेना ने बताया कि गत रात्रि को बिजली का तीसरा फेस डाउन हो गया था। बुधवार को सुबह तीसरे फेज को जोड़ा गया, जिसके बाद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में करंट दौड़ गया। ट्रांसफार्मर से लेकर मीटर तक कहीं एलटी और एसटी के तार नहीं टूटे हैं, मीटर के बाद तारों में करंट दौड़ा है।मुख्यमंत्री धामी ने इस हादसे पर दु:ख जताया है। दुर्घटना में घायल हुए लोगों को उपचार हेतु नजदीकी अस्पताल भेज दिया गया है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति एवं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु प्रार्थना करता हूं। उन्होंने कहा कि इस हादसे के लिए जो भी जिम्मेदार होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एच टी लाइन टूटने के कारण हुई दुर्घटना : डीआइजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवा
चमोली में नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत निर्माणाधीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में करंट फैल गया था। डीआइजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल के अनुसार एच टी लाइन टूटने के कारण हुई दुर्घटना। डीआइजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि हाई एक्सटेंशन तार टूटने की वजह से ये करंट फैला। इस करंट ने मौके पर मौजूद सभी लोगों को अपनी चपेट में लिया। इसमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।