सैनिक के लिए परिवार से पहले राष्ट्र की सुरक्षा होती है सर्वोपरी: कैप्टन यादव
शौर्य वंदन कार्यक्रम में कारगिल जांबाजों के 25 परिवारों का हुआ सम्मान
अमृतसर,(राजदार टाइम्स): एलन कैरियर इंस्टीट्यूट द्वारा गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी के दशमेश आडीटोरियम में कारगिल युद्ध की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर शौर्य वंदन कार्यक्रम एलन कैरियर इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डा. नवीन माहेश्वरी की अध्यक्षता में करवाया गया। जिसमें कारगिल युद्ध में अहम भूमिका निभाने वाले परमवीर चक्र विजेता कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इनके अलावा शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंद्र सिंह विक्की, एलन के जोनल हेड सदानंद वाणी, वाइस प्रेसिडेंट डा.गौरव माहेश्वरी, सीनियर फैकल्टी मेंबर उमेश शर्मा, सेंटर हेड राजेश प्रसाद गुप्ता आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर कारगिल जांबाजों के बलिदान को नमन किया। सर्वप्रथम मुख्यातिथि व अन्य मेहमानों ने ज्योति प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का आगाज किया। कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों के परिजनों के सम्मान में रखे गए शौर्य वंदन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव ने कहा कारगिल युद्ध भारतीय सेना के अद्भुत शौर्य का प्रतीक है, जिन कठिन परिस्थितियों ने हमारी सेना ने यह जंग लड़ी उसकी मिसाल विश्व में कहीं देखने को नहीं मिलती, क्योंकि उन्होंने खुद इस युद्ध में दुश्मन का मुकाबला करते हुए सीने पर 17 गोलियां खाई हैं और अपनी यूनिट के 40 जवानों को खोया है शायद मेरा सौभाग्य रहा कि इतनी गोलियां लगने तथा 16 महीने हॉस्पिटल में रहने के बाद भी आज मैं आप सब के बीच हूं और मेरे जीवन का अब एक ही लक्ष्य है कि मैं उस युद्ध में शहीद हुए देश भर के 527 सैनिकों के परिजनों से भेंट कर उनका आशीर्वाद लेकर खुद को गौरवाविंत महसूस कर सकूं। उन्होंने कहा कि एलन कैरियर इंस्टीट्यूट देश भर में कारगिल के जांबाजों के सम्मान में इस तरह के शौर्य वंदन कार्यक्रम आयोजित कर समाज में देशभक्ति की चेतना जागृत कर रहा है और अब तक वह 217 कारगिल शहीदों के परिजनों से भेंट कर चुके हैं। कैप्टन यादव ने कहा नागपुर से शुरू हुआ यह कारवां अहमदाबाद, जम्मू-कश्मीर से होता हुआ आज वीरों की भूमि पंजाब पहुंचा है और हमारा अगला पड़ाव गोवाहटी, कलकत्ता, भुवनेश्वर, लखनऊ, बैंगलोर तथा चेन्नई पहुंच इस तरह का समारोह आयोजन कर कारगिल युद्ध में शहीद हुए अमर वीरों के परिवारों का सम्मान करना है। उन्होंने छात्रों से कहा सेना का सम्मान देश का सम्मान है। जिस तरह एक योद्धा देश के लिए लड़ता है ठीक उसी तरह एक विद्यार्थी को भी देश को आगे ले जाने के लिए कृतसंकलप रहना चाहिए।
शौर्यवीरों को सच्ची श्रद्धांजलि है उनके परिजनों का सम्मान: कुंवर विक्की
कुंवर रविंद्र सिंह विक्की ने कहा एलन परिवार द्वारा देश पर मर मिटने वाले रणबांकुरों के परिजनों के सम्मान में शौर्य वंदन समारोह आयोजित कर सारे देशवासियों को यह संदेश दिया कि जिन बलिदानी वीरों ने देश के आने वाले कल के लिए अपना आज कुर्बान कर दिया। ऐसे में हम सब का यह फर्ज बनता है कि उनके परिजनों को उचित मान-सम्मान देकर हम उनके जिगर के टुकड़ों की शहादत की गरिमा को बहाल रखें क्योंकि इन शहीद परिवारों का सम्मान ही देश पर कुर्बान होने वाले शौर्यवीरों को सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा आज इतनी संख्या में बलिदानी परिवारों के चरण इस ऑडिटोरियम में पड़े हैं। जिससे इसका रुतबा तीर्थ स्थान तुल्य हो गया है। इस लिए सभी छात्र इन परिवारों का आशीर्वाद लेकर ही घर जाएं। कुंवर विक्की ने कहा बलिदानी कभी नहीं मरते हमेशा अमर रहते हैं मगर एक बलिदानी की मौत तब होती है जब देशवासी व सरकारें उनके बलिदान को भुला देती हैं।
सौभाग्यशाली है एलन परिवार जिसे मिला बलिदानी परिवारों का आशीर्वाद: माहेश्वरी
एलन कैरियर इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डा.नवीन माहेश्वरी ने आए मेहमानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि एलन परिवार सौभाग्यशाली है। जिसे इतनी संख्या में बलिदानी परिवारों का आशिर्वाद मिला है और हम वायदा करते हैं कि भविष्य में भी इस तरह के आयोजन कर इन वीर परिवारों का मनोबल बढ़ाते रहेंगे। उन्होंने कहा शहीद सैनिकों व उनके परिजनों के मान-सम्मान की लड़ाई लड़ने वाली संस्था शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद का भी वह दिल से आभार व्यक्त करते हैं। जिन्होंने वर्षो से शहीद परिवारों को संभाला हुआ है और इनके हौसलों को परास्त नहीं होने दिया। इस अवसर पर कारगिल युद्ध पर बनी डॉक्यूमेंट्री देख शहीद परिवारों सहित सबकी आंखें नम हो उठीं। इस मौके पर एलन परिवार द्वारा कारगिल युद्ध में शहीद हुए 25 सैनिकों के परिजनों को 11-11 हजार रुपए की राशि व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
इन बलिदानी सैनिकों के परिजनों का हुआ सम्मान
वीर चक्र विजेता शहीद सुबेदार निर्मल सिंह, नायब सुबेदार करनैल सिंह वीर चक्र, सुबेदार अजीत सिंह, लांसनायक मुकेश कुमार सेना मेडल, सिपाही मेजर सिंह सेना मेडल, सिपाही सतवंत सिंह सेना मेडल, सुबेदार जोगिंदर सिंह, सिपाही बलदेव सिंह, सिपाही देस राज, सिपाही देसा सिंह, सिपाही करम सिंह, नायक कमल सिंह, सिपाही कुलविंदर सिंह, हवलदार पलविंदर सिंह, सिपाही पवन कुमार, सिपाही सराज सिंह, लांसनायक पवन सिंह, सिपाही सुच्चा सिंह, हवलदार सुखविंदर सिंह,सिपाही तरलोचन सिंह, सिपाही बलदेव सिंह, सिपाही हरपाल सिंह, हवलदार जसकरण सिंह, सिपाही रंजीत सिंह।