शहीद राष्ट्र का गौरव जिनकी बदौलत महफूज हैं देश की सीमाएं: चौधरी लाल सिंह
हजारों लोगों ने नम आंखों से किया देश के जांबाजों को नमन
शहीद परिवार सम्मान समारोह में 118 शहीद परिवारों का हुआ सम्मान
कठुआ,(राकेश राणा): डोगरा स्वाभिमान संगठन के संस्थापक व पूर्व सांसद चौधरी लाल सिंह के नेतृत्व में स्थानीय रामलीला ग्राउंड में “शहीद परिवार सम्मान समारोह” का आयोजन करवाया गया जिसमें राष्ट्र की बलिवेदी पर कुर्बान होने वाले जिले के 118 जांबाज सैनिकों के परिजनों को सम्मानित कर उनके मनोबल को बढ़ाया गया। इससे पहले काली बड़ी से हजारों लोग एक विशाल काफिले के रूप में देश के शहीद अमर रहें, शहीद परिवार जिंदाबाद व भारत माता की जय का जयघोष करते हुए शहीद परिवारों को साथ लेकर शहीदी चौंक पर बने स्मारक पर पहुंचे रास्ते भर में लोगों द्वारा पुष्प वर्षा कर शहीद परिवारों का पुष्पित अभिनंदन किया। शहीदी स्मारक पर पूर्व सांसद चौधरी लाल सिंह, पूर्व विधायक कांता अंदोत्रा, पूर्व सैनिकों व शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंद्र सिंह विक्की ने रीथ चढ़ा व पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को नमन किया। इसके उपरांत रामलीला ग्राउंड में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए चौधरी लाल सिंह ने कहा कि शहीद देश का गौरव होते हैं। जिनकी बदौलत हमारी सीमाएं महफूज हैं। उन्होंने कहा जब भी देश की सुरक्षा को खतरा पैदा हुआ हमारे देश के शौर्यवीरों ने दुश्मन को धूल चटाते हुए सीने पर गोली खाकर अपना नाम शहीदों की श्रृंखला में स्वर्ण अक्षरों में अंकित करवा कर अपने परिवार की पगड़ी को ऊंचा रख इस देश की एकता व अखंडता को बरकरार रखा है। चौधरी लाल सिंह ने कहा डोगरों का इतिहास कुर्बानियों से भरा पड़ा है। जब भी देश की सुरक्षा को खतरा पैदा हुआ इस क्षेत्र के अलावा पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर जिले तथा हिमाचल के डोगरों ने हजारों की संख्या में अपने बलिदान देकर वीरता का इतिहास रचा है। उन्होंने कहा कि ऐसे शूरवीरों की कुर्बानी आम नहीं खास है और वर्दी पहनते ही एक सैनिक के दिल में एक ही जनून पैदा होता है कि दुश्मन के सामने उसका सिर कभी न झुके। उन्होंने कहा कि 1999 में हुए कारगिल युद्ध के बाद उनके द्वारा शहीदी चौंक में एक स्मारक का निर्माण करवाया गया तथा हर साल शहीद परिवारों के सम्मान में इस तरह के समारोह मनाने की जो परंपरा शुरू की थी वो आज भी जारी है मगर दु:ख इस बात का है कि उनके अलावा किसी भी सरकार ने इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कर इन परिवारों का हौंसला बढ़ाने की जहमत नहीं उठाई। उन्होंने कहा कि वह सभी शहीद परिवारों के समक्ष नतमस्तक हैं। जिन्होंने अपने जिगर के टुकड़े राष्ट्र की बलिवेदी पर कुर्बान कर देश के गौरव को बढ़ाया है।
देशहित में सही नहीं है अग्निवीर योजना………..
चौधरी लाल सिंह ने कहा कि अग्निवीर योजना देशहित में सही नहीं है क्योंकि फौज में जाना एक देशभक्ति का जनून है मगर जिस सैनिक को पता है। उसने चार साल बाद रिटायर हो जाना है तो वो अपनी जान जोखिम में डालकर देश विरोधी ताकतों से क्यों लड़ेगा। उन्होंने कहा कि लद्दाख की तरह जम्मू प्रांत के लोगों को संगठित होना पड़ेगा तभी फिर से हमें राज्य का दर्जा मिल पाएगा। आज के इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में आप लोगों ने पहुंच कर जिस तरह इन शहीद परिवारों का वंदन किया है। उसके लिए मैं आप सब का आभारी हूं क्योंकि आप लोग ही मेरी ताकत हो और मैं बचन देता हूं कि आपके अधिकारों व शहीद परिवारों के मान-सम्मान की लड़ाई लड़ते हुए हर साल शहीद परिवारों के सम्मान में ऐसा समारोह करवाता रहूंगा।
तीर्थ स्थान तुल्य है वो भूमि जहां पड़ते है शहीद परिवारों के चरण: कुंवर विक्की
शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंद्र सिंह विक्की ने कहा कि शहीदों के बताए मार्ग पर चलना व उनके परिजनों को उचित मान-सम्मान देना ही शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि इतनी संख्या में शहीद परिवारों के चरण इस भूमि पर पड़ने से यह स्थान तीर्थ स्थान तुल्य बन गया है। शास्त्र कहते हैं जो इंसान उस मिट्टी से तिलक करता है। जहां शहीद परिवारों के चरण पड़ते हैं, उसे चार धामों की यात्रा का फल मिलता है। उन्होंने कहा कोई धर्म के नाम पर लड़ता है व कोई मजहब के नाम पर मगर देश का वीर सैनिक 142 करोड़ हिंदोस्तानियों के लिए लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दे जाता है। इसलिए हर कोई दिल से इनका व इनके परिजनों का सम्मान करे क्योंकि यह परिवार कोई आम परिवार नहीं हैं इनका कद आसमां से भी ऊंचा होता है, जिनके समक्ष देश के राष्ट्रपति भी शीश झुका इन्हें सैल्यूट करते हैं। कार्यक्रम के सफल अयोजन के चौधरी लाल सिंह व उनकी टीम का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह के श्रद्धांजलि समारोहों के आयोजन से समाज में देशभक्ति की चेतना प्रज्जवलित होती है।
शहीदी गैलरी में अपनों की तस्वीरें देख छलकी शहीद परिवारों की आंखें………..
कार्यक्रम में लगी शहीदी गैलरी जिसमें 118 शहीद सैनिकों की तस्वीरें लगी थी जब उनके परिजन अपने घर के चिरागों को श्रद्धांजलि अर्पित करने लगे तो उन सभी की आंखें बरबस ही छलक उठीं। इस अवसर पर चौधरी लाल सिंह व अन्य मेहमानों द्वारा 118 शहीद परिवारों को कंबल भेंट कर सम्मानित किया। इस मौके पर नगर कौंसल के अध्यक्ष चौधरी राजिंदर सिंह बब्बी, कीर्ति चक्र विजेता शहीद कैप्टन सुनील चौधरी के पिता कर्नल पी.एल चौधरी, शहीद सिपाही मक्खन सिंह के पिता हंस राज, परिषद के प्रेस सचिव बिट्टा का, कर्नल युद्धवीर सिंह, जतिंदर सिंह पप्पू, कैप्टन अनूप सिंह, सुनील दत्त, प्रो.एच.आर शर्मा, सुबेदार चंदन सिंह, दविंदर सिंह, मास्टर रमेश सिंह, सुरजीत सिंह, कुलदीप सिंह आदि उपस्थित थे।