धार्मिक एवं सामाजिक रीति-रिवाज, लैंगिक असमानता, अशिक्षा एवं अज्ञानता बढ़ती जनसंख्या का मुख्य कारण : सिविल सर्जन डॉ.डमाणा

होशियारपुर,(राजदार टाइम्स): “विकसित भारत की नई पहचान, परिवार नियोजन हर जोड़े की शान” विषय पर विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर एक सेमिनार का आयोजन सिविल सर्जन डॉ.बलविंदर कुमार डमाणा की अध्यक्षता में सिविल सर्जन कार्यालय के प्रशिक्षण हॉल में किया गया। इस दौरान एएनएम ट्रेनिंग स्कूल की छात्राओं  की भाषण एवं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता करवाई गई। इसके बाद सिविल सर्जन डॉ.डमाणा ने सहायक सिविल सर्जन डॉ.कमलेश कुमारी, डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर रमनदीप कौर, जिला कार्यक्रम प्रबंधक मोहम्मद आसिफ, डीएमईओ अनुराधा ठाकुर, जिला बीसीसी कोऑर्डिनेटर अमनदीप सिंह और एएनएम ट्रेनिंग स्कूल के ट्यूटर मैडम सुखविंदर कौर, मैडम अमरप्रीत कौर, मैडम मनप्रीत कौर और मैडम रितु के सहयोग से एक जागरूकता रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया। सेमिनार को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ.बलविंदर कुमार ने कहा कि विश्व की जनसंख्या जिस तेजी से बढ़ रही है, यदि इस वृद्धि को रोकने के लिए ठोस प्रयास नहीं किए गए तो भविष्य में हमें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। स्वास्थ्य की दृष्टि से सांस लेने के लिए स्वच्छ हवा न मिलने के कारण अस्थमा, तपेदिक और अन्य बीमारियों से पीड़ित रोगियों की संख्या भी बढ़ रही है। इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए जनसंख्या को स्थिर करने के लिए लोगों को परिवार नियोजन के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। बढ़ती जनसंख्या के कारण देश के प्राकृतिक संसाधन बहुत तेजी से कम हो रहे हैं। देश की एक चौथाई आबादी को जीवन की बुनियादी जरूरतें भी नहीं मिल पा रही हैं। हमारी धार्मिक और सामाजिक परिस्थितियाँ, रीति-रिवाज, लैंगिक असमानता, अशिक्षा और अज्ञानता इसका मुख्य कारण है। उन्होंने कहा कि जब तक आम लोगों में इन कारणों के प्रति मानसिक जागरूकता नहीं आयेगी, तब तक इस गंभीर समस्या से राहत नहीं मिलेगी। डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर रमनदीप कौर ने कहा कि हर सेकंड दो नए लोग दुनिया में आते हैं। परिणामस्वरूप भोजन, पानी, तेल, स्वच्छ वायु, भीड़भाड़, संघर्ष, युद्ध आदि समस्याएँ भी तेजी से बढ़ने लगी हैं। इसलिए परिवार को नियोजित रखना बहुत जरूरी है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज से 24 जुलाई तक मनाए जाने वाले जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़े के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा कि इस दौरान विशेष शिविर लगाकर विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा निःशुल्क नसबंदी एवं नलबंदी ऑपरेशन किए जाएंगे। उन्होंने विद्यार्थियों से परिवार नियोजन के कच्चे एवं ठोस संसाधनों की जानकारी भी साझा की।अंत में प्रतिभागी छात्राओं को प्रशंसा पुरस्कार से सम्मानित किया गया तथा छात्राओं को रिफ्रेशमैंट भी वितरित की गई। छात्राओं को जनसंख्या स्थिरता के लिए नई सोच के साथ आने के लिए प्रोत्साहित भी किया गया।