कहा, फोन से बच्चों की नजर होती है कमजोर व बच्चों पर पड़ता है गहरा असर
होशियारपुर,(राजदार टाइम्स/तरसेम दीवाना): यह चिंता का विषय है कि स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों सहित युवा पीढ़ी मोबाईल फोन की आदी हो गई हैं। सोशल मीडिया के युग में मोबाईल फोन लोगों का अभिन्न अंग बन गया है, लेकिन छात्रों का इन मोबाईल फोन के इस्तेमाल से नशे की लत लगना बेहद चिंताजनक है। यह शब्द ‘हिज़ ऐकसिलेट कोचिग सेंटर एवं सेंट कबीर पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल चंगरा’ के एमडी एवं बौद्धिक व्यक्तित्व डॉ.आशीष सरीन ने राजदार टाइम्स से विशेष बातचीत करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि आज छोटे बच्चों से लेकर महिलाएं, युवा पीढ़ी व बुजुर्ग भी मोबाईल फोन के आदी हो गए हैं। एक परिवार में चार सदस्य एक-दूसरे से बात करने के बजाय अपने-अपने मोबाईल फोन पर लगे रहते हैं। औरते, बच्चों की जिद को देखते हुए वे बच्चों को मोबाईल फोन दे देते हैं, लेकिन बच्चे उनमें क्या देखते हैं, यह उन्हें नहीं पता होता और एकाग्रता से गेम खेलते रहिते है। जबकि फोन से बच्चों की नजर कमजोर होती है व बच्चों पर गहरा असर भी पड़ता है। इस तराह बच्चों से मोबाईल फोन पर गेम खेलने की आदत से छुटकारा पाना बहुत मुश्किल हो जाता है, क्योंकि बच्चों में एक तरह की मोबाईल की लत होती है। जो बच्चे इसके शिकार हो जाते हैं उनके माता-पिता से अपील है कि वे अपने छोटे बच्चों को मोबाईल फोन से दूर रखें। उन्होंने कहा कि बच्चों की तरह हम भी मोबाईल फोन की लत के शिकार हो गए हैं, हमें सावधानी बरतनी होगी। उन्होंने कहा कि मोबाईल फोन न सिर्फ हमारी आंखों की रोशनी को कमजोर करता है, बल्कि दिमाग पर भी बुरा असर डालता है। जिसकी वजह से ज्यादातर लोग इससे पीडि़त होते हैं तथा मानसिक रूप से बीमार हो रहे हैं।