उच्च जोखिम वाली गर्भावस्थाओं पर विशेष ध्यान रखना महत्वपूर्ण: सिविल सर्जन
होशियारपुर,(राजदार टाइम्स): राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रदान की जाने वाली सेवाओं में सुधार लाने और महिलाओं की मातृ मृत्यु दर में सुधार लाने के लिए जिला स्तर पर मातृ मृत्यु के कारणों की समीक्षा के लिए मातृ मृत्यु समीक्षा समिति की बैठक सिविल सर्जन कम अध्यक्ष एमडीआर कमेटी डॉ.बलविंदर कुमार डमाणा की अध्यक्षता में की गई। इसमें सहायक सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीमा गर्ग, जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ.अनिता कटारिया, डीएमईओ अनुराधा ठाकुर, संबंधित सीनियर मैडिकल अफसर, विशेषज्ञ चिकित्सा अधिकारी, एलएचवी और एएनएम शामिल थे। बैठक में जिला होशियारपुर में अगस्त व सितंबर 2023 माह में 5 माताओं की मृत्यु के कारणों की समीक्षा की गई। सिविल सर्जन ने कहा कि मातृ मृत्यु की जांच के बाद यह तथ्य सामने आये हैं कि अधिकतर मौतें उच्च जोखिम गर्भावस्था के कारण हुई हैं। इसलिए, इन उच्च जोखिम वाली गर्भावस्थाओं पर विशेष ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार कर उनकी अतिरिक्त जांच करायी जाये ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सकें। ऐसी गर्भधारण का एक रेफरल प्रोटोकॉल पहले से तैयार किया जाना चाहिए। ट्रांज़िट मृत्यु को रोकने के लिए रेफरल संस्थान को मरीज के रेफर किए गए संस्थान तक पहुंचने तक उसका इलाज करना चाहिए। सभी एएनएम को मृत्यु के रोकथाम योग्य कारणों की शीघ्र पहचान करनी चाहिए ताकि मातृ मृत्यु दर को कम किया जा सके। डॉ.डमाणा ने सीनियर मैडिकल अधिकारी एवं अन्य मैदानी अमले को मातृ मृत्यु दर कम करने के लिए आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गर्भवती महिला का शीघ्र पंजीकरण सुनिश्चित किया जाए। उसकी सभी जांचें जैसे वजन, रक्तचाप, मधुमेह, एचबी, थायरॉयड, हेपेटाइटिस, स्कैन, ईसीजी और अन्य आवश्यक जांचें समय पर की जानी चाहिए ताकि जो भी समस्या हो उसका पता लगाया जा सके और इलाज किया जा सके। प्रत्येक माह की 9 एवं 23 तारीख को स्वास्थ्य संस्थानों में पीएमएसएमए के तहत गर्भवती महिलाओं की विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा आवश्यक जांच एवं परीक्षण सुनिश्चित किया जाए।
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