सैंकड़ों ने नम आंखों से किया सुखविंदर के बलिदान को किया नमन
गुरदासपुर,(राजदार टाइम्स): भारतीय सेना की 22 पंजाब रेजीमेंट के सिपाही सुखविंदर सिंह का 25वां बलिदान दिवस शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंद्र सिंह विक्की की अध्यक्षता में गांव वडाला बांगर में शहीद के नाम पर बने पेट्रोल पंप पर आयोजित किया गया। जिसमें विधायक गुरदीप सिंह रंधावा बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा शहीद की माता कमलजीत कौर, पिता रिटायर्ड हवलदार सीता राम, भाई लखविंदर सिंह, भाभी मनदीप कौर, बहन सुखविंदर कौर व सुखबीर कौर, भतीजा लवप्रीत सिंह, भतीजी हरमीत कौर, ताया शाम लाल, चाचा परस राम, पुलवामा हमले के शहीद कांस्टेबल मनिंदर सिंह के पिता सतपाल अत्री, कुछ दिन पहले कस्बा कलानौर के शहीद हुए हवलदार मलकीत सिंह की माता मंजीत कौर व पत्नी नवनीत कौर, शहीद सिपाही जतिंदर कुमार के पिता राजेश कुमार, शहीद सिपाही प्रगट सिंह के पिता प्रीतम सिंह, समाज सेवक इंद्रजीत सिंह बाजवा, लेबर फेड पंजाब के रिटायर्ड डायरेक्टर हरिंदरपाल सिंह, आप के वरिष्ठ नेता जसवीर सिंह, न्यू हॉकी क्लब गुरदासपुर के महासचिव राजेश कुमार राजू आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर बलिदानी को श्रद्धासुमन अर्पित किए। सर्वप्रथम सुखमणि साहब का भोग डालते हुए रागी जत्थे द्वारा बैरागमय कीर्तन कर शहीद को नमन किया गया। श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि विधायक गुरदीप सिंह रंधावा ने कहा कि मौत एक अटल सच्चाई है जो इंसान पैदा हुआ है उसे एक दिन जाना है। मगर राष्ट्र की सुरक्षा में प्राणों की आहुति देने वाले मरते नहीं अमर हो जाते हैं। उन्होंने कहा जो देश व कौमें अपने जांबाज सैनिकों के बलिदान को भुला देती हैं वो शीघ्र मिट जाती हैं।

पंजाब वीरों की भूमि है जिसने देश को आजाद करवाने में 90 प्रतिशत कुर्बानियां दीं तथा उस आजादी की गरिमा को बहाल रखने के लिए आज भी सिपाही सुखविंदर सिंह जैसे वीर सैनिक अपना बलिदान देकर देश की एकता व अखंडता को बहाल रख रहें हैं, मगर अफसोस समय की सरकारों ने हमारे वीरों की शहादत की कद्र नहीं की। उन्होंने कहा कि शहादत का दर्द क्या होता है वो भली भांति महसूस कर सकते हैं क्योंकि उनके पिता भी पंजाब में आतंक के काले साए के दौरान आतंकियों की गोली का शिकार होकर पंजाब के एकता व अखंडता के लिए अपना बलिदान दे चुके हैं। इस लिए वह शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद द्वारा आयोजित हर श्रद्धांजलि समारोह में शामिल होकर शहीद परिवारों के दर्शन कर खुद को गौरवांवित महसूस करते हैं। विधायक रंधावा ने कहा कि जब भी देश की सुरक्षा को खतरा पैदा हुआ इस क्षेत्र के लोगों ने देशहित में अपने प्राणों की आहुति देकर जिले का नाम देशभर में रोशन किया है। पंजाब सरकार देश की पहली ऐसी सरकार है जो एक सैनिक के शहीद होने पर उसके परिजनों को एक करोड़ रुपए की राशि भेंट कर उन्हें यह एहसास करवाती है कि इस दु:ख की घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है। मुख्यातिथि द्वारा शहीद के परिजनों सहित 10 अन्य शहीद परिवारों को शाल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर पूर्व सैनिक संघर्ष कमेटी के सदस्य सूबेदार जगदीश सिंह पवार, सूबेदार मेजर बसंत सिंह, सूबेदार जगतार सिंह, नायक रतन सिंह, सरपंच काबल सिंह, राजीव सोनू, विनोद कुमार, बलविंदर सिंह आदि उपस्थित थे।
किस्मत वालों को नसीब होता है तिरंगा रूपी कफऩ : कुंवर विक्की
कुंवर रविंद्र सिंह विक्की ने कहा सिपाही सुखविंदर सिंह ने 20 वर्ष की अल्पायु में अपनी वीरता के जौहर दिखाते हुए अपना बलिदान देकर देशवासियों को यह संदेश दिया कि एक सैनिक के लिए परिवार से पहले राष्ट्र की सुरक्षा सर्वोपरी होती है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी का प्रतीक तिरंगा रुपी कफन किस्मत वालों को नसीब होता है तथा वो सैनिक धन्य है जो राष्ट्र को सर्वोपरि मानकर इस तिरंगे की शान को बरकरार रखते हुए अपना बलिदान दे जाता है।
सीमा पार से नशा भेज पाक दे रहा नार्कों टेररिज्म को जन्म
विक्की ने कहा कि हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की इतनी हैसियत नहीं है कि वो हमारे बहादुर सैनिकों का मुकाबला कर सके इसलिए आए दिन सीमा पार से ड्रोन के माध्यम से हथियार व नशीले पदार्थ भेज कर एक नए नार्को टेररिज्म को जन्म दे रहा है। मगर हमारे चौकस तथा बहादुर सीमा प्रहरी उनके नापाक इरादों को कभी कामयाब नहीं होने देंगे।