बिल्वेश्वर महादेव में चार पहर की कि पूजा
किया जाता है भगवान शिव का अभिषेक जल की धारा से
कमाही देवी,(एसपी शर्मा): महाशिवरात्रि पर्व के शुभ अवसर पर बिल्वेश्वर महादेव मंदिर नमोली हार में चार पहर की पूजा विधि विधान से की गई। समाज सेवी हरजीत बिहाल ने धर्म चर्चा करते हुए कहा कि मान्यता है कि महाशिवरात्रि पर पहले पहर की पूजा करने से व्यक्ति को मोक्ष अर्थ और काम प्राप्त होता है। प्रथम पहर की पूजा आमतौर पर संध्याकाल में की जाती है। इस दौरान भगवान शिव का अभिषेक जल की धारा से किया जाता है। दूसरे पहर की पूजा के विषय में उन्होंने बताया कि यह पूजा रात के समय की जाती है। इस दिन भगवान शिव का अभिषेक दही से किया जाता है। इस पहर में पूजा करने से व्यक्ति को धन समृद्धि की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि पर तीसरे पहर की पूजा में भगवान शिव का अभिषेक घी से किया जाता है। घी से अभिषेक करने से व्यक्ति को शारीरिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है। साथ ही बीमारियों से भी छुटकारा मिलता है। यह पूजा सुबह के समय की जाती है। यह ब्रह्म मुहूर्त में होती है। भगवान शिव का अभिषेक शहर से किया जाता है। इसके बाद जल की धारा से अभिषेक किया जाता है। भगवान शिव के मंत्रों का जप करते रहना चाहिए। इस अवसर पर कविता बिहाल, कैप्टन रविंद्र शर्मा, बलराम सिंह तथा अन्य उपस्थित थे।