दिल्ली में किसानों को कमर्शियल रेट पर बिजली क्यों दी गई…..?
चंडीगढ़,(राजदार टाइम्स): भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री तरूण चुग ने आम आदमी पार्टी की पंजाब व दिल्ली की सरकार पर किसानों के हित में योजनाओं को लागू करने में पूरी तरह विफल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि केजरीवाल एवं भगवंत मान किसानों के साथ विश्वासघात कर रहे है। उन्होंने कहा कि इस विफलता ने आप को एक किसान-विरोधी पार्टी के रूप में उजागर कर दिया है, जो किसानों को मोदी सरकार द्वारा उनके लिए अनुरूप लाभों से वंचित कर रही है। आप सरकार की नीतियां न केवल किसानों को नुकसान पहुंचा रही हैं, बल्कि झूठे आख्यानों और खोखले वादों से देश को गुमराह भी कर रही हैं। भाजपा नेता ने कहा कि जब कांग्रेस और आप एक-दूसरे पर दोषारोपण करने में व्यस्त हैं, तो उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एन.डी.ए सरकार ने कृषि क्षेत्र के बजट में कई गुना वृद्धि की है। उन्होंने जोड़ा यू.पी.ए सरकार के दौरान यह बजट केवल ₹20 हजार करोड़ के आसपास था, जबकि अब मोदी सरकार में यह ₹1.5 लाख करोड़ से अधिक हो चुका है। चुग ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से सवाल किया कि भाजपा शासित हरियाणा में किसानों को 24 फसलों पर एम.एस.पी दिया जा रहा है। जबकि तथाकथित किसान हितैषी आप पार्टी ने पंजाब व दिल्ली के किसानों को ऐसे किसी भी लाभ से वंचित क्यों रखा है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को लिखे एक हालिया पत्र का हवाला देते हुए चुग ने आप सरकार द्वारा बीज ग्राम योजना और एकीकृत पुष्प विकास योजना जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं को लागू न करने पर रोष व्यक्त किया। उन्होंने इसे चिंताजनक बताते हुए कहा कि यह किसानों के हितों को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने का प्रयास है। दिल्ली में आप सरकार जानबूझकर हर मोर्चे पर किसानों को विफल कर रही है। उन्होंने जोड़ा किसान पहले ही अत्यधिक बिजली दरों के बोझ तले दबे हुए हैं, और अब उन्हें ट्रैक्टर व अन्य उपकरणों जैसे कृषि यंत्रों के लिए भी भारी कीमत चुकाने को मजबूर किया जा रहा है। यह साफ तौर पर आप सरकार की किसान-विरोधी नीति को दर्शाता है। चुग ने यह भी कहा कि आप की किसान-विरोधी नीतियों ने पंजाब के किसानों को भी इसी तरह की पीड़ा और निराशा में धकेल दिया है। उन्होंने कहा झूठे वादों की आड़ में, आप ने दिल्ली व पंजाब दोनों में किसानों के कल्याण के खिलाफ लगातार काम किया है।