कहा, गांधी नेहरू परिवार की चार पीढ़ियां ने अंबेडकर का किया अपमान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 तीर्थ बना दिया उचित सम्मान
जालंधर,(राकेश राणा): पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री विजय संपला की संस्था सांपला फाउंडेशन द्वारा आयोजित “अंबेडकर को समर्पित मोदी” विचार गोष्ठी में बोलते हुए, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री, तरुण चुग ने डॉ. बी.आर अंबेडकर की महान विरासत को याद किया और उनके द्वारा भारतीय समाज के लिए किए गए अतुलनीय योगदान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि डॉ.अंबेडकर ने न केवल संविधान की रचना की बल्कि एक ऐसे समाज की नींव रखी, जो न्याय, समानता व भाईचारे पर आधारित है। उनका जीवन और कार्य आज भी हमें प्रेरित करते हैं।’ एक वो भी दौर था, जब नेहरु ने डॉ.अंबेडकर को अपमानित करने उन्हें चुनाव में हराने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।

उसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी ने भरे सदन में आरक्षण का विरोध किया। उनके पुत्र राहुल गाँधी विदेशों से भारत में आरक्षण हटाने की बात करते हैं। नेहरु-गाँधी खानदान की 4 पीढ़ियों ने मिलकर डॉ.अंबेडकर को अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्हें भारत रत्न से भी वंचित रखा। वर्ष 1990 में डॉ.अंबेडकर को ये सम्मान उस समय मिला जब देश में एक गैर कांग्रेसी भाजपा समर्थित सरकार आई। चुग ने कहा कि डॉ.अंबेडकर के सम्मान में पंचतीर्थ की स्थापना, उनकी जन्मभूमि, शिक्षा भूमि, दीक्षा भूमि, महापरिनिर्वाण भूमि तथा चैत्य भूमि का विकास केंद्र की मोदी सरकार की प्रमुख पहलों में से एक है। इसके अलावा डॉ.अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र का निर्माण उनकी विचारधारा और शिक्षाओं के प्रसार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। जब कांग्रेस की सरकारें थीं, तो उस समय डॉ.अंबेडकर को उनके योग्य सम्मान नहीं मिला।

उन्हें सरकारी नीतियों में उचित स्थान नहीं दिया गया और उनके योगदान को कम आंका गया। लेकिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, हमने उनके सम्मान में अनेकों पहलें की हैं। पंचतीर्थ के विकास के अलावा, संसद में उनकी प्रतिमा स्थापित की गई है, और उनके लेखन और भाषणों को डिजिटलीकरण कर जन-जन तक पहुँचाया गया है। प्रधानमन्त्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने डॉ.अंबेडकर के नाम पर भीम ऐप का नामकरण किया है और उनके द्वारा निर्धारित मूल्यों व सिद्धांतों को आगे बढ़ाने के लिए नीतियां लागू की हैं। इससे हम न केवल उनकी विरासत को संजो रहे हैं बल्कि उनके सपनों को साकार भी कर रहे हैं,’ चुग ने समापन किया।”