25 संगठनों ने संयुक्त समाज मोर्चा बनाया,
लड़ेंगे सभी 117 सीटों पर चुनाव
मुख्य मंत्री का चेहरा होंगे राजेवाल
चण्ड़ीगढ़,(राजदार टाइम्स ब्यूरो): आने वाले विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले पंजाब की सियासत में किसानों ने बड़ा धमाका किया है। इसके क्यान पिछले कई माह से लगाए जा रहे थे कि किसान अपनी पार्टी बनाएंगे। दिल्ली बॉर्डर पर कामयाब आंदोलन कर लौटे किसान संगठनों ने चुनाव लडऩे की घोषणा कर दी है। किसान नेता हरमीत कादियां ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा विभिन्न सोच वाले लोगों से बना था। पंजाब लौटने पर स्वागत हुआ और लोगों की हमसे उम्मीदें बढ़ गई है। हम पर दबाव था कि अगर आप दिल्ली मोर्चा जीत सकते हो तो पंजाब को भी सुधार सकते हो। जनता की आवाज सुनते हुए नया संयुक्त मोर्चा शुरू कर रहे हैं। 22 संगठनों ने फैसला लिया है। तीन संगठन और हमारे साथ जल्द जुड़ जाएंगे। किसान नेता बलबीर राजेवाल ने कहा कि पंजाब की हालत देखकर लोगों का दबाव है। लोग फोन कर रहे हैं कि चुनाव लडऩे का फैसला करो। यह मोर्चा सभी 117 सीटों पर लड़ेगा तथा पंजाब के हितैषियों से बातचीत होगी। उन्होंने कहा कि हम पंजाब के गंदे सिस्टम को सुधारेंगे।
25 किसान संगठन होंगे राजनीति में सीधे शामिल
राज्य के 32 में से 25 किसान संगठन अब राजनीति में सीधे शामिल होंगे। इसके लिए संयुक्त समाज मोर्चा बनाया गया है। उनकी ओर से बीकेयू राजेवाल के नेता बलबीर सिंह राजेवाल मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे। इससे पहले चंडीगढ़ में मीटिंग हुई। इसके बाद किसानों ने यह घोषणा की।
लड़ सकते हैं राजेवाल खन्ना विधानसभा से चुनाव
यदि सूत्रों की मांने तो किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल के आम आदमी पार्टी की टिकट पर खन्ना से चुनाव लडऩे की संभावना है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि पार्टी ने अब तक मुख्यमंत्री चेहरे की घोषणा नहीं की है। खन्ना में राजेवाल के नए मुख्यमंत्री के पोस्टर तक लग चुके हैं। हालांकि, वे चुनाव लडऩे की बात से इनकार कर चुके हैं।
चुनाव लडऩे के पक्ष में नहीं हैं, ये यूनियन
किसान संगठनों की गत दिनों लुधियाना के मुल्लापुर में बैठक हुई थी। इसमें पंजाब के 7 किसान संगठनों कीरती किसान यूनियन, क्रांतिकारी किसान यूनियन, बीकेयू-क्रांतिकारी, दोआबा संघर्ष कमेटी, बीकेयू-सिद्धुपुर, किसान संघर्ष कमेटी, जय किसान आंदोलन ने चुनाव पर असहमति जताई। उन्होंने बाकी किसान संगठनों को भी संयुक्त किसान मोर्चा का बैनर इस्तेमाल न करने को कहा है। बीकेयू क्रांतिकारी के अध्यक्ष सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि हम चुनाव नहीं लड़ रहे। प्रेशर ग्रुप की तरह काम करते रहेंगे। किसान नेता दर्शनपाल ने कहा कि कुछ संगठन चुनाव लडऩे की योजना बना रहे हैं। वह मंत्री और विधायक बनना चाहते हैं। हालांकि उनकी क्रांतिकारी किसान यूनियन आंदोलन पर कायम रहेगी और आगे भी इसी तरह काम करेगी।