उपभोक्ताओं को वित्तिय शिक्षा के महत्व तथा जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में उनके प्रयोग के बारे में बताया
होशियारपुर, : भारतीय रिजर्व बैंक चंडीगढ़ कार्यालय की ओर से उपभोक्ता शिक्षण एवं सरंक्षण कक्ष की ओर से आज गांव पंडोरी खजूर में एक उपभोक्ता जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान उपस्थिति को संबोधित करते हुए सहायक महाप्रबंधक भारतीय रिजर्व बैंक विनोद कुमार ने एन.बी.एफ.सीज, सहकारी बैंकों एव भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा लाईसेंसड, रजिस्टर्ड ईकाइयों से संबंधित शिकायतों के निवारण हेतु जानकारी दी। उन्होंने बैंकिंग लोकपाल योजना 2006(संशोधित 2017), एन.बी.एफ.सी लोकपाल योजना 2018 एवं डिजिटल लेनदेन लोकपाल योजना 2019 के बारे में भी विस्तार से बताया। इस अवसर पर ए.टी.एम. डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, पेंशन, मिस सेलिंग, फोरक्लोजर चार्जिस, निफ्ट, आर.टी.जी.एस, थर्ड पार्टी प्रोडक्ट, डिजिटल पेमेंट्स एवं डिजिटल लोन एप आदि के संबंध में प्राप्त होने वाली शिकायतों पर भी चर्चा की। सहायक प्रबंधक भारतीय रिजर्व बैंक मुनीष खन्ना ने उपस्थित जनसमूह को वित्तिय शिक्षा के महत्व तथा जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में उनके प्रयोग के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि हमें सोच समझकर बैंकों से उधार लेना चाहिए और लिए गए ऋण को जिस कार्य के लिए लिया गया है उसी काम में उपयोग करना चाहिए ताकि ऋण वापसी आसानी से हो सके। उन्होंने कहा कि ऋण केवल औपचारिक वित्तिय संस्थाओं से लेने में ही समझदारी है। ऋण की समय पर वापसी बहुत महत्वपूर्ण है, जिससे और ऋण लेने वाले का क्रैडिट स्कोर भी अच्छा बना रहता है और दोबारा ऋण लेने में भी आसानी होती है। कार्यक्रम में अग्रणी जिला प्रबंधक राम किशन अरोड़ा, पंजाब ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक रविंदर, भारतीय रिजर्व बैंक की सहायक प्रबंधक ज्योत्सना, पंजाब ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक चरणजीत धमीजा व अन्य बैंकों के शाखा प्रबंधक भी उपस्थित थे।