दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासियों को क्वारंटाइन में रखा गया है। ऐसे में उनके परिवार कोरोना से जागरूक करने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) अवध प्रान्त ‘ग्राम सुरक्षा प्रहरी’ बनकर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रही है। यह प्रहरी गांव वालों को समाजिक दूरी से लेकर तमाम उपायों के माध्यम से कोरोना से बचने के लिए जागरूक कर रहे हैं। विद्यार्थी परिषद के प्रांत मंत्री अंकित शुक्ल ने बताया कि “एबीवीपी अवध प्रान्त ने गांवों में ग्राम कोरोना सुरक्षा प्रहरी तैनात किये हैं। इसका व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। परिषद ने छात्रों के सहयोग से इसकी समितियों का गठन किया है।”

उन्होंने बताया कि “बीते 15 दिनों से 68 तहसीलों के 1500 गांवों में 822 कार्यकर्ताओं के माध्यम से यह जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है। प्रत्येक कोरोना सुरक्षा प्रहरी समिति में 5 से 7 लोगों को रखा गया है। यह समिति गांव-गांव जाकर कामगारों व मजदूरों को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन होंने के लिए जागरूक करते हैं। उन्हें बताते हैं कि सवाधानी रखेंगे। तो इससे अन्य ग्रामीण और परिवार सुरक्षित रहेगा। मास्क लगाने के लिए कहते हैं। यदि मास्क न हो तो गमछा बांधने के लिए प्रेरित करते हैं। इसके अलावा बाहर जाने पर साबुन से हांथ धुलने के लिए भी प्रेरित करते हैं।”

प्रांत मंत्री अंकित शुक्ल ने यह भी बताया कि “आज सभी के सहयोग से उत्तर प्रदेश कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के कड़ी को तोड़ने में सफल हुआ है। यदि आने वाले दिनों में गांवो को जन जागरूकता के माध्यम से करोना मुक्त करने का प्रयास सफल होता है तो यूपी शीघ्र ही कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से मुक्ति पा लेगा।”