होशियारपुर,(राजदार टाइम्स): सिविल सर्जन डा.पवन कुमार शगोत्रा की कुशल अध्यक्षता में सिविल सर्जन कार्यालय में जिले के सभी कार्यक्रम अधिकारियों और वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों के साथ राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के संबंध में मासिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई।जिसमें जिले में चल रहे सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों के लक्ष्य एवं उपलब्धियों की समीक्षा की गयी।बैठक का उद्घाटन करते हुए सिविल सर्जन डॉ.पवन कुमार ने सभी वरिष्ठ चिकित्सा पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि मातृ मृत्यु को गंभीरता से लें और इसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास करें। गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण, जांच और पूर्ण टीकाकरण के बारे में बात करते हुए सिविल सर्जन ने कहा कि उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की सूची प्रत्येक एसएमओ और संबंधित क्षेत्र के निकटतम आम आदमी क्लिनिक के चिकित्सा अधिकारी के पास होनी चाहिए हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की प्रॉग्रेस की डिटेल भी होना चाहिए।सभी उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की पीएमएसएमए के दिन विशेषज्ञ चिकित्सकों से जांच कराना सुनिश्चित किया जाए। उनका आशा एवं एएनएम के माध्यम से फॉलोअप सुनिश्चित कराया जाए। यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाना चाहिए कि प्रसव निजी संस्थानों के बजाय सरकारी संस्थानों में अधिक हो। जेएसवाई से संबंधित कोई भी भुगतान लंबित नहीं रहना चाहिए। लिंगानुपात के बारे में बात करते हुए उन्होंने एसएमओ से कहा कि जिन गांवों में लिंगानुपात कम है।वहां पंचायतों के सहयोग से जागरूकता शिविर लगाएं। परिवार नियोजन के संबंध में उन्होंने कहा कि एनएसवी शिविर का आयोजन हो तथा लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जाये।पीपीआईयूसीडी रिपोर्ट नियमित रूप से भेजी जानी चाहिए। इसके अलावा 100 दिवसीय टीबी नियंत्रण कार्यक्रम, हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम सहित अन्य कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गयी।सिविल सर्जन ने कहा कि जो पैरामीटर परफॉर्मेंस के मामले में कम हैं, उन पर फोकस करना चाहिए।