बोले, नही भूलती स्कूल की वो यादें कभी जिन्दगी में
बचपन को याद करेंगे तो आ जाएंगे आप को अपने स्कूल के सभी दोस्तों के चेहरे याद
कमाही देवी,(एसपी शर्मा):
क्षेत्र के सबसे प्रतिष्ठित एवं पुराने शिक्षण संस्थान डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पूर्व छात्रों ने स्कूल से वर्ष 1996 में मैट्रिक परीक्षा पास करने के 28 वर्ष बाद फिर से आपस में मुलाकात की और अत्यधिक खुशी के माहौल में पुरानी यादों को ताजा किया। सभी ने एकमत में स्वीकार किया कि बचपन की मित्रता, नि:स्वार्थ, बिना छल कपट व गहरी होती है। उन्होंने कहा कि जि़ंदगी में भले ही कितने भी दोस्त बन जाएं, लेकिन स्कूल की दोस्ती की बात कुछ अलग ही होती है। हम स्कूल से निकलते ही अपनी-अपनी जिंदगियों में और पारिवारिक रुझानों में व्यस्त हो जाते हैं। लेकिन स्कूल की वो यादें कभी नहीं भूलतीं। आप खुद ही सोच कर देखिए आप को अपनी अब तक की जि़ंदगी में मिले कितने चेहरे याद होंगे? लेकिन जब आप अपने बचपन को याद करेंगे तो आपको अपने स्कूल के सभी दोस्तों के चेहरे याद आ जाएंगे। कमाही देवी के डीएवी स्कूल के वर्ष 1996 में मैट्रिक पास आऊट छात्रों ने एक वॉट्सएप ग्रुप के माध्यम से एक दूसरे से तालमेल बैठा कर एक री यूनियन करने का फैसला किया। लगभग 28 वर्ष के लंबे समय के बाद सभी को इक्कठा करना आसान कार्य नहीं था, क्योंकि कुछ साथी देश के दूर राज्यों में कुछ विदेश में तो कई दुनियां भी छोड़ चुके थे। ऐसे में ग्रुप एडमिन विक्रांत मेहता व आशीष शर्मा ने साथियों को कॉल करके री यूनियन पार्टी शामिल होने के लिए उन्हें प्रेरित किया। इस पार्टी में 15 के लगभग पूर्व छात्रों ने हिस्सा लिया और 28 वर्ष के बाद एक दूसरे को मिल कर सभी की आंखों में खुशी के आंसू आने से सभी भावुक हुए। बता दें कि इस बैच में पढऩे वाले छात्र अपने जीवन में व्यस्त हैं। अलग-अलग प्रोफेशन के ये छात्र अपनी मेहनत से सफलता के पायदान पर हैं, कोई इंजीनियर है, कोई आर्मी में अफसर है, तो कोई विदेश में अच्छी पोस्ट पर नौकरी कर रहा है, तो कोई शिक्षक बनकर बच्चों की भविष्य उज्जवल कर रहा है। यह सारी उपलब्धियां कहीं ना कहीं इसी स्कूल से इसी विद्यालय से इन्हीं गुरुजनों की सीख व शिक्षा से प्राप्त हुई है। यह विद्यार्थी उसे शिक्षा का उस ज्ञान का महत्व समझते हैं। लिहाजा इस ज्ञान के बदले में छात्रों ने अपने शिक्षकों को याद किया। सभी सहपाठियों ने अपने बचपन की यादों को ताजा करके इस समय को उनकी जिंदगी के सबसे बहुमूल्य समय करार दिया। इस मौके पर ग्रुप एडमिन विक्रांत मेहता, इंजीनियर आशीष शर्मा, अजय शर्मा, इंजीनियर सर्बजीत कुमार, मास्टर राजेंद्र कुमार, मंजीत हैप्पी, राजेश कुमार, दर्शन सिंह, यशविंदर सिंह, गुरुभजन सिंह, हरीश कुमार, अजय कुमार, निर्मल सिंह, मनोज शर्मा, संजीव कुमार आदि इस अवसर पर उपस्थित रहे।