पंजाब में 10 लोकसभा सीटों पर हार का बदला ले रही है आप सरकार : विजय सांपला
होशियारपुर,(तरसेम दीवाना): पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भाजपा पंजाब विजय सांपला ने आज बठिंडा के रायके कलां में किसानों पर लाठीचार्ज की निंदा की, जोकि अनाज मंडी से धान की खरीद की मांग कर रहे थे। पत्रकारों को संबोधित करते हुए सांपला ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार लोकसभा चुनावों में किसानों से अपनी हार का बदला ले रही है। राज्य में आप सरकार की ओर से खराब प्रबंधन के कारण किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। संगरूर जिले के भवानीगढ़ के पास गांव नदामपुर का किसान जसविंदर सिंह डेढ़ हफ्ते से मंडी में धान ना बिकने के कारण दुःखी था, जिस कारण उसने हताश हो 5 नवंबर को जहरीली दवाई खा आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा कि “संगरूर में शोक संतप्त परिवार के घर जाने के बजाय, आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने लुधियाना में नवनिर्वाचित सरपंचों के साथ अपना समय बिताना पसंद किया।“ उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के विमान से लुधियाना से संगरूर की दूरी तय करने में मात्र 20 मिनट लगते, जिसका उपयोग केजरीवाल ने जम्मू-कश्मीर व अन्य राज्यों के चुनाव के दौरान भी किया था। सांपला ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले ‘आप’ ने शंभू सीमा पर किसान संगठन आंदोलन प्रायोजित किया था। आप चाहती थी कि इसके एवज में किसान लोकसभा चुनाव में आप के 13 उम्मीदवारों को जीता कर इस मदद का बदला चुकाएं। उन्होंने कहा कि हालांकि, आप को पंजाब में लोकसभा की 13 में से 10 सीटें हार का सामना करना पड़ा और अब वह किसानों से नाराज है। लोकसभा में अपनी हार का बदला लेने के लिए पार्टी अब किसानों को परेशान कर रही है। सांपला ने कहा कि केंद्र द्वारा पंजाब में धान की सुचारू खरीद के लिए 44000 करोड़ रुपये सितमबर में जारी करने के बावजूद राज्य सरकार उचित खरीद सुनिश्चित करने में विफल रही है। ऐसा पहली बार हुआ है कि धान की सरकारी खरीद में पंजाब के किसान गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं और आत्महत्या करने पर मजबूर हो गए हैं। गेहूं की बुआई के लिए डीएपी की भारी कमी का मुद्दा उठाते हुए सांपला ने कहा कि हरियाणा और राजस्थान जैसे पड़ोसी राज्यों में से किसी में भी डीएपी की कमी की समस्या नहीं है। आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार में दूरदर्शिता की कमी और खराब शासन के कारण पंजाब में कृषि क्षेत्र को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।