कहा, आंखों पर पट्टी बांधकर धृतराष्ट्र बनी हुई है मान सरकार
पुरानी पेंशन व डीए के मामले में छोटा भाई हिमाचल पंजाब से निकला आगे
मुकेरियां,(राकेश राणा):
पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष समिति इकाई मुकेरियां के अध्यक्ष रजत महाजन व महासचिव सतीश कुमार ने पत्रकारों से विशेष बातचीत करते हुए कहा कि पंजाब सरकार की ओर से पुरानी पेंशन बहाली को लेकर अधिसूचना जारी हुए लगभग दो वर्ष होने जा रहे हैं। मगर अभी तक पंजाब में पुरानी पेंशन न तो बहाल हो सकी है और न ही इसकी एस.ओ.पी जारी हो सकी है। उन्होंने कहा कि गत दिनों पंजाब सरकार की तरफ से पुरानी पेंशन बहाली को लेकर बनाई जाने वाली एस.ओ.पी को लेकर बैठक की गई थी, जोकि केवल छलावा मात्र ही थी। अगर सरकार ने ऐसी कोई बैठक की है तो उसकी रिपोर्ट सार्वजनिक की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार आंखों पर पट्टी बांधकर धृतराष्ट्र बनी हुई है। जबकि पंजाब का छोटा भाई कहलाने वाला राज्य हिमाचल प्रदेश पुरानी पेंशन और डी.ए की बहाली के मामले में पंजाब से बहुत आगे निकल गया है, किंतु पुरानी पेंशन को लेकर पंजाब सरकार की स्थिति ज्यों कि त्यों बनी हुई है। जिसे लेकर पंजाब के दो लाख से अधिक कर्मचारियों में रोष दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि पंजाब सरकार तुरंत प्रभाव से पुरानी पेंशन बहाली के लिए एस.ओ.पी जारी करे तथा एन.पी.एस कटौती बंद कर जी.पी.एफ खाते खोले, अन्यथा संघर्ष और तेज किया जाएगा। यह संघर्ष किसी भी कीमत पर नहीं रुकेगा। उन्होंने कहा कि जब तक पंजाब में पुरानी पेंशन पूरी तरह से बहाल नहीं हो जाती, उस समय तक पंजाब के कर्मचारी न तो चैन से बैठेंगे और न ही पंजाब सरकार को चैन से बैठने देंगे। इस अवसर पर संजीव धूत, बलविंदर टाक, बृज मोहन, तिलक राज, जसवीर बोदल, प्रिंस गढदीवाल, दविंदर सिंह, कर्मजीत सिंह, परमजीत, चंदन कुमार, खुशवंत सिंह, गुलविंदर सिंह, सुरिंदर सिंह, रोशन लाल, सुभाष ठाकुर, अजमेर सिंह, सुरेश लोहगढ, बूटा सिंह, रविंदर कुमार, नील कमल, समर्थ ठाकुर, सतिंद्र मोहन, विनोद कुमार और गुरपाल सिंह मौजूद थे।