सभ्याचारक रंग मंच द्वारा महात्मा बुद्ध एवं आहिंसा विषय पर सेमिनार आयोजित
हाजीपुर,(राजदार टाइम्स):
भाषा एवं संस्कृति विभाग के निर्देशन में सभ्याचारक रंग मंच द्वारा युवाओं में स्वस्थ संस्कार निर्माण हेतु गांव नंगल चौक में महात्मा बुद्ध एवं आहिंसा विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसका शुभारम्भ करते हुए शिक्षाविद पूजा रानी ने कहा कि भारत के अहिंसा के प्राचीन सिद्धांत अमूल्य है। भारतीय दर्शन के विभिन्न वर्गों के बीच विचारों में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उन सभी में अहिंसा एक समान है। भगवान बुद्ध के अनुसार, अहिंसा एक आध्यात्मिक सिद्धांत है जो सभी प्राणियों के प्रति प्रेम और दया पर आधारित है। यह शारीरिक, मौखिक व मानसिक हिंसा से परहेज करने का अभ्यास है। शिक्षाविद मनोज कुमार ने कहा कि बुद्ध के अनुसार, अहिंसा केवल युद्ध या हिंसा से बचने तक ही सीमित नहीं है। यह एक व्यापक दृष्टिकोण है जो हमारे विचारों, शब्दों और कार्यों में सभी प्रकार की हिंसा से बचने की आवश्यकता पर जोर देता है। बुद्ध का मानना था कि अहिंसा शांति, खुशी और समृद्धि की कुंजी है। उन्होंने कहा कि जब हम दूसरों को नुकसान पहुंचाते हैं, तो हम खुद को भी नुकसान पहुंचाते हैं। युवा प्रेरक साक्षी ने कहा कि वर्तमान समय में यह बहुत ज़रूरी है कि हम अहिंसा का पालन करें। हर कोई दुनिया में शांति देखना चाहता है, हम दुनिया में शांति की बात करते हैं, अगर हमें इसे हासिल करना है, तो हमें अहिंसा के मूल्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है।