विदेश में रह रहे रामगडिय़ा समाज का एक मंच पर आना समय की मुख्य जरूरत : हरदेव सिंह कौंसल
होशियारपुर,(तरसेम दीवाना):
भारत में अब तक जितनी भी सरकारें आई हैं। उन्होंने अपने संकीर्ण हितों के लिए रामगढिय़ा समुदाय का शोषण तो किया है, लेकिन समग्र रूप से इस समुदाय के भविष्य के लिए कोई सार्थक प्रयास नहीं किए हैं। ऐसे में इस समुदाय का भविष्य अगली पीढ़ी सुरक्षित है। इसके लिए एकजुट होना समय की बड़ी जरूरत है। यह विचार रामगढिय़ा सिख ऑर्गेनाइजेशन इंडिया के अध्यक्ष हरदेव सिंह कौंसल ने गुरुद्वारा रामगढिय़ा होशियारपुर में सुखमिंदर सिंह भोगल को कनाडा के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति पत्र देते हुए व्यक्त किये। रामगढिय़ा समुदाय ने सिख पंथ की उन्नति के लिए महान बलिदानों से एक अनूठा इतिहास रचा है। रामगढिय़ा समुदाय के महान योद्धाओं और सेनापतियों के बलिदान से बने इतिहास को संरक्षित करने के लिए, अब समय आ गया है कि पूरे रामगढिय़ा समुदाय को एक मंच पर आकर एकता दिखानी चाहिए। इसलिए रामगढिय़ा सिख ऑर्गेनाइजेशन ने वर्ष 2007 से यह पहल की है। इसी कढी में ही कनाडा इकाई की स्थापना की जा रही है। सुखमिंदर सिंह भोगल टोरंटो को कनाडा के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति पत्र और संविधान की एक प्रति सौंपी और कनाडा इकाई का गठन करने का निर्देश दिया। इस मौके पर कुलदीप सिंह खांबा चेयरमैन इंडिया, गुरदेव सिंह पोवार रिटायर एक्सियन, मलकीत सिंह मरवाहा सीनियर वाइस प्रेसिडेंट इंडिया, जसवंत सिंह भोगल सीनियर वाइस चेयरमैन पंजाब, गुरबिंदर सिंह पलाहा प्रेस सचिव इंडिया, राजिंदर सिंह सीहरा, गुरमिंदर कौर लाल पंजाब प्रेसिडेंट वूमेन विंग व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।