फगवाड़ा,(शिव कौड़ा): आदि शक्ति मां भवानी माता मनसा देवी मंदिर मनसा देवी नगर सतनामपुरा में पंचम नवरात्रि के उपलक्ष में आज मंगलवार को मां के भक्तों और महिला संकीर्तन मंडली के द्वारा माता रानी की महिमा का गुणगान किया गया। संगत को प्रवचन करते हुए मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित रामचरण पोखरियाल ने बताया कि नवरात्रि के पांचवे दिन की अधिष्ठात्री देवी मां स्कंदमाता हैं, क्योंकि ये ’स्कंद’ या ’कार्तिकेय’ की माता हैं। इनकी मूर्ति में भगवान स्कंद (कार्तिकेय) इनके गोद में विराजमान हैं। इस दिन योगी का मन विशुद्ध चक्र में स्थित होता है. इस चक्र में अवस्थित होने पर समस्त लौकिक बन्धनों से मुक्ति मिल जाती है और मां स्कंदमाता में अपना पूरा ध्यान केंद्रित कर सकता है वह निरंतर उपासना में ही डूबा रहता है। स्कंद को कार्तिकेय या कुमार अनेक नाम से भी जाने जाते हैं। इनका वाहन मोर है. जब देवासुर संग्राम हुआ था तब ये देवताओं के सेनापति थे। स्कंद माता के दाहिने हाथ में निचली भुजा में कमल का फूल है। बाएं हाथ में वर मुद्रा धारण कर रखा है।

ये शुभ वर्ण की हैं। उन्होंने बताया कि 11 अक्टूबर दिन शुक्रवार को दुर्गा अष्टमी एवं महानवमी के उपलक्ष्य में वार्षिक मेला होगा। भक्तों द्वारा माता मनसा देवी के मंदिर में श्रद्धापूर्वक पूजा एवं अर्चना की गई एवं स्वामी शंकर नाथ पर्वत मठ चैरिटेबल एवं वेलफेयर ट्रस्ट के सदस्यों के द्वारा भगवती की प्रसाद के रूप में आलू की सब्जी, आलू की टिक्की, दही के साथ हलवा, छोले का प्रसाद वितरित किया गया। प्रबंधकों ने बताया कि दुर्गा अष्टमी का मेला मनसा देवी मंदिर में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भारी संख्या में श्रद्धालु दूर-दूराज से मां भगवती मनसा देवी के मंदिर में आते हैं और अपने मन की इच्छा के अनुसार फल प्राप्त करते हैं। उन्होंने बताया कि दुर्गा अष्टमी के शुभ अवसर पर आयोजित होने वाले मेले में सभी भक्तों के लिए जलपान एवं प्रसाद के रूप में कढ़ी चावल का विशेष प्रबंध किया जाएगा आज के प्रसाद वितरण में रणवीर दुग्गल, अशोक कुमार, देवेंद्र, जतिन, ऋषभ शर्मा, मंटो शर्मा, अंकित कुमार झा, विजेन्द्र गौड़, रोहित कुमार अवस्थी, अंकित मिश्रा, भगत राज भट्ट, विनय शुक्ला, हरिप्रसाद अवस्थी ने प्रेम भाव से सेवा निभाई।