कहा, जनता से वसूल रही मोटी सरकारी फीसें

होशियारपुर,(राकेश राणा): भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद अविनाश राय खन्ना ने कहा कि भगवंत मान नेतृत्व वाली पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार खुद ही सरकारी फीसों के नाम पर लोगों की जेबों पर डाका डाल रही है और प्रदेश की जनता का ध्यान भटकाने के लिए अधिकारियों पर प्रेशर डाल रही है। खन्ना ने कहा कि अकाली भाजपा की सरकार के समय में जो सरकारी फीसें थीं, उनको कांग्रेस सरकार ने दोगुना कर दिया था जिसको बाद में आम आदमी पार्टी सरकार ने जारी रखा। अब प्रदेश की आप सरकार प्रदेश की जनता से सरकारी फीसों के नाम पर खुद ही मोटी फीसें वसूल रही है और भगवंत मान प्रदेश से भ्रष्टाचार को रोकने के बड़े बड़े बयान दे रहे हैं। खन्ना ने कहा कि अगर प्रदेश की मौजूदा स्थिति की बात करें तो कुछ भ्रष्टाचारी अधिकारियों को जरिया बनाकर भगवंत मान व उनकी कैबिनेट के मंत्री सरकारी दफ्तरों में छापेमारी कर रहे हैं और भ्रष्टाचार को रोकने की बयानबाजी कर रहे हैं। खन्ना ने कहा कि मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए पंजाब सरकार लोगों से 1500, 2500, 3000 और 3500 तक कोर्ट फी वसूल रही है, जिसमें सेवा केंद्रों के माध्यम से करीब 1500 रुपये प्रोसेसिंग फीस के नाम पर वसूल रही है उदाहरण के तौर पर अगर कोई व्यक्ति एक वर्ष के पश्चात अपनी मैरिज को रजिस्टर्ड करवाता है तो उसे कोर्ट फीस और सेवा केंद्र की फीस मिलाकर करीब 5000 रुपए सरकारी फीस भरनी होती है। विदेशों से आने वाली पावर ऑफ अटॉर्नी को एम्बॉस करवाने के लिए 2000 रुपये सरकारी फीस वसूली जा रही है। निशानदेही करवाने के लिए भी रकबे अनुसार मोटी फीस भरनी होती है। जमीनों की रजिस्ट्री करवाने के लिए भारी अष्टाम दर देना पड़ता है। पंजाब सरकार द्वारा शुरू किये गए कार्यक्रम सरकार तुहाडे द्वार में जो कर्मी तैनात किये हैं वे जनता के घरों में विजिट करने के लिए 120 रुपये सर्विस फीस के नाम पर चार्ज करते हैं, जिसमें काम की सरकारी फीस अलग से देनी होती है। सही मायनों में कहा जाए तो भगवंत मान ने सरकारी कामों के माध्यम से अपनी ही दुकानदारी खोल रखी है। भगवंत मान सरकार अपनी एडवर्टाइज़मेंट के लिए करोड़ों रुपये खर्च करती है जो पंजाब के लोगों का पैसा है, जनता भगवंत मान से पूछना चाहती है कि क्या वह भ्रष्टाचार नहीं है? स्पतालों और मिनी सचिवालयों, तहसील परिसरों में पंजाब सरकार ने खुद ही पार्किंग के ठेके दे रखे हैं जहाँ पंजाब सरकार असीधे तौर पर लोगों से पैसे बटोर रही है। खन्ना ने कहा कि अगर भगवंत मान लोगों से पैसे ऐंठ कर ही उनके काम करेंगे तो इसने सुविधा और सेवा कहाँ है। अगर भगवंत मान जनता को सरकारी कामों के लिए सुविधा देना ही चाहते हैं तो पहले अपनी सरकारी फीसों को कम करें। अगर सरकारी फीस ही कम हो जाएँ तो भ्रष्टाचारी खुद ही चिन्हित हो जाएंगे।