करी बहुत अरजोई सुनवाई कहीं न होई : ढोसीवाल
मामला अंबेडकर चौंक बनाने का
मुक्तसर साहिब,(विपन मित्तल): देश के सबसे अधिक पढ़े-लिखे विद्वान भारत रत्न बाबा साहिब डॉ. भीम राव अंबेडकर ने देश का संविधान लिख कर नागरिकों को समाजिक, आर्थिक और राजनीतिक समानता का अधिकार दिया। डॉ.अंबेडकर ने देश के संविधानों का गहरा अध्यन करके भारत को दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान दिया था। डॉ.अंबेडकर के लिखे संविधान द्वारा मिले अधिकारों से दशकों के दबे कुचले लोग देश के सर्व उच्च पदों पर पहुंचे सरकारी पदवीयां प्राप्त की। करीब दो दशक से भी अधिक समय पहले शहर के मलोट रोड स्थित मेन बस स्टैंड के सामने देश के महान सपूत डॉ.अंबेडकर के नाम पर चौंक बनाया गया था। नैसले कंपनी के दूध वाले कैंटर की दुर्घटना का शिकार होकर चौंक को दरसाता यादगारी सतंभ तहस नहस हो गया था। इस दुर्घटना के कारण चौंक को पहुंचे नुकसान कारण हर सूझवान व्यक्ति के मन अंदर पीड़ा थी। एल.बी.सी.टी (लार्ड बुद्धा चैरिटेबल ट्रस्ट) के चेयरमैन और आल इंडिया एस.सी/बी.सी/एस.टी एकता भलाई मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष दलित रत्न जगदीश राय ढोसीवाल ने अपनी संस्था के माध्यम से कई बार चौंक के पुनर निर्माण का मामला उठाया। अनेकों बार समय-समय पर डिप्टी कमिश्नरों और नगर कौंसल के कार्य साधक अधिकारियों को डैपूटेशन के रूप में मिल कर मामले संबंधी बातचीत की। अधिकारियों द्वारा भरोसा दिए जाने के बावजूद भी चौंक का अभी तक पुनर निर्माण नहीं करवाया जा सका। प्रधान ढोसीवाल ने कहा है कि पंजाब अंदर आम आदमी पार्टी की मौजूदा सरकार ने हर एक कार्यालय में डॉ.अंबेडकर और शहीद भगत सिंह के चित्र लगाने जरूरी किए है, परंतु सरकार के किसी भी अधिकारी या राजनीतिक प्रतिनिधि ने चौंक के पुनर निर्माण की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। ऐसा लगता है कि सरकार या प्रशासन चौंक के पुनर निर्माण में एक साजिशी ढंग से चुप्पी साधे बैठा है, सरकार की ऐसी नीति का खमियाजा सत्ताधारी पार्टी को अगामी लोक सभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है। ढोसीवाल ने हल्का विधायक जगदीप सिंह काका बराड़, डिप्टी कमिश्नर और नगर कौंसल के कार्य साधक अधिकारी को अपील की है कि उक्त चौंक का पुनर निर्माण के कार्य तुरंत करवाया जाए, चौंक के नाम को दरसाता डिस्पले बोर्ड लगाए जाए ताकि आम लोगो के मनों में फैल रहे रोष और गुस्से हो शांत किया जा सके।