दसूहा,(राजदार टाइम्स): जे.सी डी.ए.वी कॉलेज के संस्थापक, प्रख्यात समाज सुधारक एवं स्वतंत्रता सेनानी पंडित जगदीश चंद्र शर्मा की 27वीं पुण्यतिथि आर्य समाज की रीति-रिवाजों एवं परंपराओं के अनुसार ‘हवन यज्ञ’ करके मनाई गई। इस श्रद्धांजलि समारोह के मुख्य अतिथि मास्टर रमेश कुमार एवं अश्वनी कश्यप थे। प्रिंसिपल प्रो.कमल किशोर ने पंडित जगदीश चंद्र शर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्य अतिथि मास्टर रमेश कुमार, अश्वनी कश्यप व स्थानीय कमेटी के सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि पंडित जगदीश चंद्र शर्मा एक ऐसी महान आत्मा थे, जिनका पूरा जीवन धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित था। पंडित जगदीश चन्द्र शर्मा ने 1971 में जे.सी डी.ए.वी कॉलेज के रूप में जो शिक्षा का बीजारोपण किया। वह आज एक मिन्नी यूनिवर्सिटी के रूप में कार्य कर रहा है। यह कॉलेज शैक्षणिक, खेल व सांस्कृतिक गतिविधियों के मामले में पंजाब विश्वविद्यालय में एक अनूठी और विलक्षण पहचान रखता है। मास्टर रमेश कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि पंडित जगदीश चंद्र शर्मा एक असाधारण व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने कॉलेज के निर्माण में पंडित जगदीश चंद्र के योगदान एवं इससे जुड़े लोगों के योगदान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। रोहित कुमार ने पंडित जगदीश चंद्रजी को पुष्पांजलि अर्पित की। प्रिंसिपल जे.पी चौहान ने अपने सम्बोधन में कहा कि दुनियां में सबसे बड़ा दान शिक्षा का दान है। पंडित जगदीश चंद्र शर्मा की दूरदर्शिता के कारण ये संस्थाएँ कंडी क्षेत्र में शैक्षणिक, बौद्धिक, सांस्कृतिक और नैतिक शिक्षा का प्रचार व विस्तार कर रही हैं। उनके इन कार्यों तथा सेवाओं को आने वाली पीढिय़ाँ याद रखेंगी। अश्वनी कश्यप ने पंडित जगदीश चंद्र को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए छात्रों को मेहनत व अनुशासित रहकर मंजिल तक पहुंचने के लिए प्रेरित किया। प्रोफेसर जगदीप सिंह व ईएमए के डीन प्रोफेसर निवेदिका ने मंच संचालन की भूमिका निभाते हुए अतिथियों एवं छात्रों का धन्यवाद किया। इस उपलक्ष्य पर विशेष रूप से रमेश बस्सी एवं प्रिंसिपल राजेश शर्मा एवं कॉलेज का समस्त स्टाफ उपस्थित था।