प्रकृति संरक्षण में निरंकारी मिशन का योगदान अहम: सुरेश चौहान
कहा, प्रदूषण केवल बाहर का ही नहीं अंदर का भी हानिकारक
ठाकुरद्वारा,(एसपी शर्मा): सदगुरु के निर्देश अनुसार संत निरंकारी मिशन समय समय पर प्रकृति के संरक्षण में और अंधाधुंध दोहन के प्रति जागरूकता अभियान चलाता रहता है। उक्त चर्चा करते हुए ठाकुरद्वारा निरंकारी मिशन के मुखी सुरेश चौहान ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि विगत दिनों दिल्ली में इस गैर राजनीतिक संगठन ने प्रकृति संवाद कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया। जिसमें संत निरंकारी चैरिटेबल मिशन के सचिव जोगिंदर सुखीजा तथा अन्य कई समाजसेवी, पत्रकार, उद्योगपति एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। जोगिंदर सुखीजा ने प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण हेतु चलाई जा रही कई परियोजनाओं की संपूर्ण जानकारी दी। इसके साथ ही संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा एक प्रदर्शनी भी लगाई गई। जिसमें पर्यावरण को स्वच्छ और सुंदर बनाने हेतु मिशन द्वारा चलाई जा रही अनेक अहम परियोजनाओं, जिनमें वननएस वन, अमृत प्रोजेक्ट, वृक्षारोपण अभियान, स्वच्छता अभियान इत्यादि प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में विभिन्न वक्ताओं ने प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण व पर्यावरण की रक्षा के महत्व समझने पर विचार विमर्श किया। संत निरंकारी मिशन की ओर से राकेश गुटरेजा ने कुदरती संरक्षण पर संवाद करते हुए बाबा हरदेव सिंह के संदेश को दोहराते हुए कहा कि प्रदूषण केवल बाहर का ही नहीं अंदर का भी हानिकारक है, क्योंकि जब तक हमारा अंतर्मन स्वच्छ नहीं होता तब तक बाहरी वातावरण को भी स्वच्छ नहीं रख सकते। उन्होंने कहा माता सुदीक्षा भी यही कहते हैं कि जो कुछ प्रकृति ने हमें दिया है हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम इसे और सुंदर बनाएं और स्वच्छ बनाए। ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने चाहिए ताकि प्रकृति हरी भरी रहे और यह सृष्टि मानवता के अनुकूल बनी रहे। उन्होंने बताया कि जल संरक्षण हेतु भी आगामी फरवरी में बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। क्योंकि जल ही जीवन है, इसलिए जल का संग्रह, संरक्षण और शुद्धता अत्यंत आवश्यक है।