ब्रह्म ज्ञान की रोशनी से हो जाता है जीवन रोशन मई : सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज
दिल्ली,(राजदार टाइम्स): जिस तरह दीपावली के शुभ पर्व पर उज्जवल दीये अंधेरे को दूर करते हैं उसी प्रकार एक भक्त के जीवन में ब्रह्म ज्ञान की प्राप्ति के बाद हमेशा ही जीवन में उजाला रहता है। यह उक्त विचार सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज ने एक विशाल समागम में पेश किए। उन्होंने कहा कि अगर जिंदगी में परमात्मा याद है तो मन में ब्रह्म ज्ञान की रोशनी हमेशा उज्जवल रहती है। जैसे उज्जवल दिये बाहर के वातावरण को रोशनी में तब्दील कर देते हैं और सब कुछ साफ-साफ नजर आता है। इसी प्रकार ब्रह्म ज्ञान की प्राप्ति के बाद भक्ति के जीवन में भरमों का नाश होना शुरू हो जाता है। वह हमेशा समर्पण भावना से संतमती को अपनाते हुए अपने जीवन को जीता है।
सतगुरु माता ने फरमाया कि दीपावली के शुभ पर्व पर हम पटाखों का इस्तेमाल करते हैं। वह पहले खूब रोशनी देता है लेकिन बाद में धुआं छोड़ता है। जिससे हर तरफ वातावरण को धुंधला कर देता है। जिसमें सूर्य की रोशनी बीपी की पड़ जाती है। सारा वातावरण भी प्रदूषित हो जाता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए आध्यात्मिकता का सफर एक चीज को साफ सुथरा रखते हैं। उसी प्रकार वातावरण को भी साफ सुथरा रखने के लिए अपना विशेष योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ब्रह्म ज्ञान की रोशनी के अंदर हमारा जीवन रोशन मई हो जाता है वहां ही हमारे जीवन अंदर सकून आना शुरू हो जाता है और हम रूहानी भरे जीवन की शुरुआत होती है तथा हम प्रेरणा स्रोत बन जाते हैं। हमें सामाजिक तथा आध्यात्मिक जिम्मेदारी को समझते हुए अपनी जिंदगी के अंदर उनको बनाना चाहिए ताकि जब हम दुनिया से रुखसत हो तो बाद में हम दिलों में याद रहे।






