सेना के जवान बर्फ हटाने का कर रहे है कम
देहरादून,(राजदार टाइम्स): उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित सिखों के धार्मिक स्थान श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा शीघ्र ही शुरू होने जा रही है। श्री हेमकुंड साहिब के कपाट लगभग सात महीनों के बाद खोले जाते हैं। यात्रियों में कोई परेंशनी ना हो, इसके लिए सेना के जवान दिन-रात काम में जुटे हुए है और 15 फीट से अधिक ऊंची बर्फ की चादर में से रास्ता बना रहे है। हर साल सर्दियों में बर्फबारी से पहले गुरुद्वारा साहिब के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। लगभग 6 से 7 महीनों तक श्री हेमकुंड साहिब के कपाट बंद रखे जाते हैं। गुरुद्वारा साहिब के मैनेजर तथा सेवादार भी सेना की मदद के लिए पहुंच चुके हैं। गुरुद्वारा साहिब के मैनेजर ने सेना के जवानों के साथ सुख-शांति के लिए अरदास भी की। अटकोली ग्लेशियर से गुरुद्वारा तक रास्ता बनाने के लिए 418 इंजीनियरिंग कोर के जवान जुटे हुए हैं। सैनिकों ने 4 फीट बर्फ काट कर रास्ता बनाया है। जवान आस्था पथ से बर्फ हटाने में जुटे हुए हैं।
लगातार हो रही बर्फबारी के कारण आ रही है परेशनी
उत्तराखंड में बर्फवारी से पहाडिय़ों पर भी मौसम नासाज बना हुआ है। मई महीने की शुरुआत में भी मौसम दोबारा से खराब होने के आसार लग रहे है। ऐसे में सेना के जवानों को भी रास्ता बनाने में परेशनों का सामना करना पड़ रहा है।