क्राफ्ट्स बाजार में 72 वर्षीय मेहर चंद व 64 वर्षीय दयावंती रुमाल व कपड़े पर बनाते हैं अलग-अलग कृतियां
होशियारपुर,: उम्र किसी भी कलाकार को उसके हुनर से रोक नहीं सकती तथा दुनिया हमेशा ही कलाकारों की कद्र करती रही है क्योंकि कलाकार भी इस समाज को एकजुट करने में अहम भूमिका अदा करते हैं। कुछ ऐसा ही देखने को मिला जिला प्रशासन की ओर से लाजवंती स्टेडियम में लगाए गए क्राफ्ट्स बाजार होशियारपुर में जहां हिमाचल प्रदेश के चंबा की बुजुर्ग दंपति 72 वर्षीय मेहर चंद तथा 64 वर्षीय दयावंती सुई धागे की मदद से ऐसी कलाकृतियां व रुमाल तैयार करते हैं कि देखने वाला बरबस ही उसकी तरफ आकर्षित हो जाता है। बात करने पर दयावंती बताती है कि सुई धागे की मदद से वह बचपन से ही रुमाल तथा पेंटिंग बनाती आई है। छोटे रुमाल को 1 दिन लग जाता है लेकिन अगर कोई बड़ी कलाकृति हो तो उसको बनाने में 3 महीने तक का समय लगता है। दयावंती बताती हैं कि वह यह काम घर बैठकर करते हैं लेकिन जहां पर प्रदर्शनी लगती है सरकार उन्हें वहां भेजती है तो उनकी प्रदर्शनी के तरफ लोग आकर्षित होते हैं और काफी खरीदारी हो जाती है। कई लोग तो इसे समझते ही नहीं है, लोगों को लगता है कि जैसे यह कोई पेंटिंग है लेकिन जब उन्हें बताया जाता है कि यह सुई धागे की मदद से बनाई गई कृति है तब वह हैरान होते हैं और कला की तारीफ करते हैं। उनके परिवार में उनकी बहू यह काम करती है, इसके अलावा वह अपना सेंटर भी चलाती है, जहां पर 10 लड़कियां इस कला को सीख रही हैं। उन्होंने बताया कि इस कला को विशेष लकड़ी से बनाए गए फ्रेम जोड़ा जाता है ताकि यह खराब न हो। उन्होंने बताया कि इसको अखरोट तथा साल की लकड़ी से बनाया जाता है ताकि उसे कीड़ा न लगे। उन्होंने होशियारपुर में अच्छी सुविधाएं देने के लिए जिला प्रशासन विशेष पर डिप्टी कमिश्नर श्रीमती अपनीत रियात तथा ए.डी.सी (शहरी विकास) हिमांशु जैन का आभार व्यक्त किया।