हिमाचल व अन्य राज्यों से आने वाले गेहूं की जिले में बिक्री रोकने के लिए पुलिस को इंटर स्टेट नाके लगाने की दी हिदायत
डिप्टी कमिश्नर ने जिले की मंडियों में गेहूं की सुचारु खरीद संबंधी अधिकारियों के साथ बैठक कर दिए निर्देश

कहा, फसल बेचने आए किसानों को मंडियों में नहीं आने दी जाएगी कोई समस्या
किसानों को गेहूं की नाड़ व अवशेष को आग न लगाने की अपील की

कंबाइन मालिकों व आपरेटरों को कंबाइनों से गेहूं की कटाई सांय 7 बजे से सुबह 10 बजे के बीच न करने के दिए आदेश
होशियारपुर,(राजदार टाइम्स):
डिप्टी कमिश्नर श्रीमती अपनीत रियात ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से इस वर्ष जिले में गेहूं की सुचार खरीद करने संबंधी सभी तैयारियां मुकम्मल कर ली गई है। वर्ष 2022-23 में जिले में गेहूं की बिजाई का रकबा 1,41,000 हैक्टेयर रहा है और इस वर्ष मंडियों में 3,75,687 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की उम्मीद है। वे आज जिला प्रशासकीय कांप्लेक्स में इस वर्ष जिले की मंडियों में गेहूं की खरीद को लेकर किए गए प्रबंधों संबंधी अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उनके साथ अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (सामान्य) संदीप सिंह भी मौजूद थे। डिप्टी कमिश्नर ने बैठक के दौरान जिला पुलिस को निर्देश देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश व अन्य राज्यों से आने वाले गेहूं को जिले की मंडियों में आने से रोकने के लिए वे इंटर स्टेट नाके लगाकर चैकिंग यकीनी बनाए और सुनिश्चित करें कि जिले में बाहरी राज्यों से गेहूं मंडियों में न जा सके। जिला प्रशासन मंडियों में किसानों के गेहूं का एक-एक दाना खरीदने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष सरकार की ओर से गेहूं एम.एस.पी 2015 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। मंडियों में सरकार की एजेंसियों में पनग्रेन, मार्कफैड, पनसप, वेयर हाऊस कार्पोरेशन व एफ.सी.आई की ओर से गेहूं की खरीद की जाएगी।

डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि जिले में कुल 64 मंडियां है, पांच मुख्य यार्ड व 59 सब-यार्ड है। उन्होंने कंट्रोलर जिला खाद्य एवं आपूर्ति को हैल्प लाइन नंबर जारी करने संंबंधी निर्देश देते हुए कहा कि मंडियों में तिरपालों का प्रबंध यकीनी बनाया जाए। जिले में बारदाने की कोई समस्या नहीं है। उन्होंने जिला मंडी अधिकारी को निर्देश देते हुए वे सभी मंडियों में सचिव मार्किट कमेटियों के माध्यम से साफ सफाई, पीने के पानी, शौचालय व अन्य जरुरी इंतजाम यकीनी बनाए ताकि फसल बेचने आए किसानों को किसी दिक्कत का सामना न करना पड़े। मंडियों में जागरुकता बैनर लगाए जाएं, जिनमें गेहूं में नमी की मात्रा व हैल्प लाइन नंबरों का जिक्र किया जाए। इसके अलावा मंडियों में शिकायत निवारण डैस्क भी स्थापित किए जाएं ताकि कोई समस्या आने पर किसान अपनी शिकायत सही अधिकारी तक पहुंचा सके। सचिव मार्किट कमेटी अपनी-अपनी मंडियों में किए गए प्रबंधों संबंधी सर्टिफिकेट जिला मंडी अधिकारी को देना यकीनी बनाएं। श्रीमती अपनीत रियात ने किसानों को गेहूं की नाड़ व अन्य फसलों के अवशेष को आग न लगाने की अपील करते हुए कहा कि आग लगाने से वातावरण के जीव-जंतु, नजदीक लगी फसल, सडक़ किनारे लगए पौधे व पेड़ों को नुकसान होने का डर रहता है। आग लगाने से जहां वातावरण प्रदूषित होता है वहीं जमीन की उपजाऊ शक्ति भी कम होती है। इससे जमीन के मित्र कीड़े भी मर जाते हैं। उन्होंने जिले में कंबाइन मालिकों व आपरेटरों को भी गेहूं की कटाई सांय 7 बजे से सुबह 10 बजे के बीच न करने का आदेश दिया है। आम तौर पर गेहूं की कटाई कंबाइनों से की जाती है व कंबाइन मालिक जमींदारों को फसल की कटाई के सही समय के बारे में जानकारी नहीं देते व रात के समय भी फसल की कटाई करते हैं। कई बार अनपकी व नमी वाली फसल की कटाई भी कर दी जाती है। ऐसी फसल को खरीदने के समय खरीद एजेंसियां गुरेज करती हैं, जिससे जमींदारों को काफी मुश्किल पेश आती है। उन्होंने किसानों को अपील करते हुए निर्धारित नमी वाला गेहूं ही मंडियों में लाने के लिए कहा है। इस मौके पर एस.डी.एम होशियारपुर शिवराज सिंह बल, जिला खाद्य व आपूर्ति कंट्रोलर श्रीमती रेणु बाला वर्मा, जिला मंडी अधिकारी रजिंदर कुमार व अलग-अलग एजेंसियों के जिला मैनेजर भी मौजूद थे।